नई दिल्ली. कालेधन के खिलाफ सरकार की मुहिम को एक बड़ी सफलता मिली है. CBI ने वर्ष 2014-15 में 1,038 करोड़ रुपये का कालाधन हॉन्ग कॉन्ग भेजने के आरोप में 51 इकाइयों को नामजद किया है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. आरोप है कि इन 51 इकाइयों ने तीन सरकारी बैंकों- बैंक ऑफ इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नैशनल बैंक के अज्ञात अधिकारियों की मिलीभगत से 1,038 करोड़ रुपये का बेहिसाबी कालाधन हॉन्गकॉन्ग भेजा.
इन इकाइयों में से अधिकतर के मालिक चेन्नै निवासी हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सूचना मिली थी कि 51 इकाइयों में से 48 के चालू खाते 1,038.34 करोड़ रुपये की राशि बाहर भेजने के लिए ही इन बैंकों की चार शाखाओं में खोले गए थे.
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि 24 खातों का इस्तेमाल वस्तुओं के आयात के अग्रिम भुगतान के रूप में विदेशों में पैसा भेजने के लिए किया गया है, जिसके तहत 488.39 करोड़ रुपये की राशि डॉलर में भेजी गई. वहीं, 27 खातों का इस्तेमाल भारतीय पर्यटकों की विदेशी यात्राओं के लिए 549.95 करोड़ रुपये की राशि भेजने के लिए किया गया.