रायपुर। वेतन, छुट्टी, काम के घंटे निर्धारित करने समेत अन्य मांगों को लेकर संजीवनी 108 और 102 एंबुलेंस सेवा के करीब 2700 कर्मचारी आज से हड़ताल पर चले गए हैं. इसके कारण स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं. आज जहां एक गर्भवती महिला को एंबुलेंस नहीं मिलने पर ऑटो में लाना पड़ा, तो वहीं दूसरे जिले से आए एक बुजुर्ग को कंधे पर बिठाकर लाया गया.
बता दें कि हड़ताल को टालने की बहुत कोशिश की गई. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और जीवीके ईएमआरआई कंपनी से छत्तीसगढ़ संजीवनी 108 और 102 कर्मचारी कल्याण संघ के पदाधिकारियों की लगातार बैठकें भी हुईं, लेकिन कर्मचारियों की मांगों पर कोई सहमति नहीं बन पाई, लिहाज़ा बैठक बेनतीजा निकलीं.
प्रदेश में 108 इमरजेंसी सेवाओं की कुल 239 एंबुलेंस और 102 की आपातकालीन सेवाओं के लिए 362 गाड़ियां संचालित हैं.
एंबुलेंस कर्मचारियों की मांगें
- ठेका खत्म कर कर्मचारियों को सरकार के अधीन लाया जाए
2. अप्रैल 2017 से वृद्धि की गई न्यूनतम मजदूरी लागू कर एरियर के साथ भुगतान हो
3. हफ्ते में एक दिन का अवकाश
4. श्रम अधिनियम के आधार पर 8 घंटे की ड्यूटी, इससे ज्यादा काम होने पर ओवर टाइम
5. समस्याओं के उचित निराकरण करने के लिए सरकार विशेष कमेटी गठित करे
6. वेतन समय पर मिले