मनोज मिश्रेकर,राजनांदगांव। शहर के विभिन्न जगहों में 11 दिव्यांग दुल्हों की बारात बाजे-गाजे के साथ निकली तो, रास्ते में लोग झूमते नाचते नजर आए. राजनांदगांव शहर के बाबा रामदेव उत्सव समिति एवं दृष्टिबाधित संघ के संयुक्त तत्वाधान में सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था. इससे पूर्व संस्था के द्वारा दिव्यांगजनों का परिचय सम्मेलन कराया गया और जोड़े तय किए गए. मुहूर्त के अनुसार आज विवाह वेदी सजाई गई और देशभर के विभिन्न राज्यों से आए 11 दिव्यांग जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ. इस तरह के आयोजन की दिव्यांग जनों ने सराहना की.

दिव्यांग जनों को गृहस्त जीवन देने के उद्देश्य से समाजसेवी संस्थाओं के द्वारा यह आयोजन बीते 2 वर्षों से किया जा रहा है. इस आयोजन से दिव्यांगजनों की शादी में आने वाली आर्थिक सहित अन्य दिक्कते दूर हुई है. वहीं समाज को दिव्याजनों के प्रति जागरूक करने का प्रयास भी इस आयोजन के माध्यम से किया गया.

इस विवाह समारोह में बड़ी संख्या में महिला और पुरुष बाराती और घराती बन कर शामिल हुए. वहीं उन्होंने कन्यादान कर इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता भी निभाई. इस दौरान विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के द्वारा दिव्यांग जोड़ों की जीविका के संसाधन मुहैया कराया गया. इस विवाह में दृष्टिबाधित, अस्थि बाधित, श्रवण बाधित जोड़े परिणय सूत्र में बंधे.