PM नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार अपने तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ मना रही है, नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जे पी नड्डा(J P Nadda) ने कहा, “पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा किए गए कार्य असाधारण थे, और उन्हें स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाना चाहिए.” 2014 के बाद बदलाव पर जोर देते हुए नड्डा ने कहा: “2014 से पहले की वह सरकार (कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए) भ्रष्टाचार से भरी हुई थी. उसमें नकारात्मकता थी. हालांकि, 2014 के बाद, नकारात्मकता से आशावाद की ओर बदलाव आया. हमने इसे दूर करके 11 वर्षों में विकसित भारत का आधार तैयार किया. NDA पारदर्शी और भविष्यदर्शी सरकार है. लोग गर्व से कहते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है. पिछले 11 वर्षों में हम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के मंत्र के साथ आगे बढ़े हैं. 

उन्होंने कहा, “ग्यारह साल पहले, हमारी राजनीतिक संस्कृति तुष्टीकरण और अपनी “कुर्सी” बचाने के लिए समाज के टुकड़े-टुकड़े करने की थी. लेकिन मोदी जी के सत्ता में आने के बाद, प्रदर्शन की राजनीति, उत्तरदायी और जवाबदेह सरकार, जवाबदेह, रिपोर्ट कार्ड की राजनीति, नई संस्कृति के रूप में उभरी. “नया सामान्य”, नया आदेश” स्थापित हुआ है. यह एक प्रभावी सरकार है, यह एक ऐसी सरकार है जिसने मजबूत फैसले लिए हैं… यह एक पारदर्शी सरकार और भविष्य की सरकार बन गई है.” नड्डा ने पीएम मोदी के हवाले से कहा, “यह दशक भविष्य के “विकसित भारत” के विकास का आधार साबित होगा. इस विज्ञापन के नीचे कहानी जारी है उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करना, तीन तलाक को खत्म करना, वक्फ संशोधन अधिनियम, विमुद्रीकरण, महिला कोटा बिल को पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार द्वारा लिए गए कुछ “साहसिक निर्णयों” के रूप में उद्धृत किया. नड्डा ने कहा, “यह बदलाव है, यह भाजपा सरकार द्वारा लिया गया साहसिक निर्णय है.”

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नड्डा ने पिछले 11 वर्षों में भारत की आतंकवाद के प्रति प्रतिक्रिया पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि पुलवामा हमले के समय प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि आतंकवादियों ने एक बड़ी गलती की है और उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. इसके बाद बालाकोट में कार्रवाई की गई. हाल ही में मधुबनी में, प्रधानमंत्री ने फिर से चेतावनी दी कि आतंकवादियों को ऐसे तरीके से जवाब दिया जाएगा जो उनकी कल्पना से परे होगा. यह स्थिति अब “नया सामान्य” बन चुकी है.

प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधि को युद्ध की कार्रवाई के रूप में देखा जाएगा. उन्होंने यह भी दोहराया कि आतंकवादियों और उन्हें समर्थन देने वालों के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा.

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ऑपरेशन सिंदूर, विदेश नीति की आलोचना पर

नड्डा ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी की विदेश नीति और ऑपरेशन सिंदूर की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि प्रदान करें. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी के इरादों को समझना कठिन है, क्योंकि वे सर्वदलीय बैठकों में देश के साथ खड़े होने की बात करते हैं, लेकिन विदेश यात्रा के दौरान निराधार सवाल उठाते हैं. नड्डा ने विपक्ष की भूमिका को गैरजिम्मेदार बताते हुए कहा कि राहुल गांधी और जयराम रमेश कभी भी मूल मुद्दों पर चर्चा नहीं करते. इसके अलावा, उन्होंने कांग्रेस के उस आरोप का भी जवाब दिया जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री मोदी में प्रेस वार्ता करने का साहस नहीं है. अगर एक राष्ट्रीय पार्टी प्रमुख सरकार की 11वीं वर्षगांठ पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करता है, तो इसमें क्या समस्या हो सकती है? प्रधानमंत्री द्वारा जनता से संवाद की संख्या जयराम रमेश के जीवन में किसी से भी बातचीत करने की संख्या के करीब भी नहीं पहुंचती. एक दिन पहले, एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने उल्लेख किया कि विश्वभर के नेता समय-समय पर स्वतंत्र प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं, जबकि हमारे देश में पिछले 11 वर्षों से कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं हुई है. कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार पर 2014 में सत्ता में आने के बाद से मीडिया से दूरी बनाए रखने का आरोप लगा रही है.

जेपी नड्डा ने बताया कि पिछले दस वर्षों में हमने समाज के सभी वर्गों, विशेषकर एससी, एसटी और ओबीसी की चिंताओं का ध्यान रखा है. इसी तरह, महिला नेतृत्व के विकास को भी प्राथमिकता दी गई है. महिलाओं को पायलट बनाने, सेना में कमीशन देने, सैनिक स्कूलों में दाखिले और एनडीए में भर्ती के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ लखपति दीदी और स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा दिया गया है. मोदी सरकार ने महिलाओं और एससी, एसटी, ओबीसी को मुख्यधारा में शामिल करने का कार्य किया है.

उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने राष्ट्रहित में कई साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं. अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के साथ-साथ तीन तलाक को खत्म किया गया. नए वक्फ अधिनियम का निर्माण किया गया और नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को पारित किया गया. इसके अलावा, विधायी निकायों में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण सुनिश्चित किया गया. हमने गरीबों के कल्याण के लिए ठोस कदम उठाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकल आए हैं.

जेपी नड्डा ने बताया कि नोटबंदी के दौरान कैसे राजनीतिक दल जनता को भड़काने का प्रयास कर रहे थे, जबकि आम भारतीय ने बैंकों के सामने घंटों खड़े रहकर मोदी सरकार के इस निर्णय का समर्थन किया. जब जनता को नेतृत्व पर विश्वास होता है, तो वह समर्थन देती है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि यह वही देश है, जहां पहले शिक्षा मंत्री एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने में कठिनाई महसूस करते थे, लेकिन आज हम सभी ने मिलकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) पर सहमति बनाई है. इसके अलावा, हमने बिना किसी भ्रम या अराजकता के एक नई राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति को सफलतापूर्वक लागू किया है.