मोसीम तड़वी,बुरहानपुर। बुरहानपुर जिला अस्पताल के 12 करोड़ घोटाले मामले में रोज नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं. सोमवार को पुलिस अधीक्षक ने और एक खुलासा किया है. घोटाले में शामिल तत्कालीन जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विक्रम वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले भी तत्कालीन अधिकारियों समेत 12 लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है.

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दरअसल साल 2020-21 के दौरान जिला अस्पताल बुरहानपुर में 12 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था. पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देश में लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है. आज लालबाग पुलिस ने तत्कालीन जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विक्रम वर्मा को गिरफ़्तार किया है. डॉ. वर्मा वर्तमान में झाबुआ में जिला स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर पदस्थ है.

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आरोपी डॉ. विक्रम वर्मा द्वारा वर्ष 2020-21 में कोरोना महामारी के दौरान तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ.शकील अहमद, आरएमओ. डॉ.प्रतीक नवलखे और सीएमएचओ कार्यालय के जिला लेखा प्रबंधक सुशांत जीभेनकर के साथ साठगांठ कर शासकीय राशि का ग़बन किया था. उसके द्वारा शासकीय मद में आई राशि  नोटशीट तैयार करवाकर सीएमएचओ कार्यालय के माध्यम से रोगी कल्याण समिति के खाते में षड्यंत्र पूर्वक स्थानांतरित की गई थी.

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आरोपी डॉ.विक्रम वर्मा ने अपने पद का दुरूपयोग कर शासकीय राशि की हेराफेरी कर निजी उपयोग में लिया. पुलिस ने आरोपी डॉ. से उसके द्वारा ग़बन की गई राशि से अर्जित संपत्ति के संबंध में पूछताछ की जा रही है. धोखाधड़ी पूर्वक ग़बन की गई राशि और उससे खरीदी गई सम्पत्ति जब्त की जाएगी. पुलिस ने 12 करोड़ घोटाला मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.

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