अमृतसर. किसान राज्य के 13 जिलों में में टोल फ्री किए हुए हैं. प्रदर्शनकारी किसानों ने अमृतसर के मानावाला, खासा और कत्थूनंगल टोल प्लाजों पर धरने देते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और वाहनों की टोल पर्ची नहीं काटने दी. एलान किया गया कि किसान जत्थेबंदियां 22 फरवरी तक टोल प्लाजों पर दिन रात धरने देकर टोल फ्री रखेंगी.

पंजाब के सबसे बड़े टोल प्लाजा लाडोवाल पर चार दिन से धरना जारी है. 20 फरवरी की सुबह ही किसान जत्थेबंदियां ओर भी वहां पहुंच गई. इसके बाद अब और तीन दिनों से लिए टोल पूरी तरह से फ्री करवा दिया गया है. पांच दिन के अंदर अगर बात की जाए तो तीन करोड़ रुपये तक का नुकसान हो चुका है. रोजाना 70 लाख रुपये करीब की कलेक्शन टोल प्लाजा पर होती है.

इस कारण तीन करोड़ के करीब का नुकसान अब तक होने का अनुमान लगाया गया है. वहीं हरियाणा के किसान भी खुलकर आंदोलन के समर्थन में आ गए हैं. मंगलवार को जींद के खटकड़ टोल को खटकड़ टोल कमेटी ने अनिश्चितकाल के लिए फ्री करवा दिया है. बुधवार को सभी युवा दातासिंह वाला बॉर्डर पर जाएंगे. कुरुक्षेत्र के ट्यूकर बार्डर पर डटे किसान दिनभर दिल्ली कूच के लिए रणनीति बनाते रहे. शाहाबाद में भी मारकंडा नदी पर नेशनल हाईवे पूरी तरह सील किया गया.