शशि देवागंन,राजनांदगाव. जिले के डोंगरगढ़ पहाडी मे स्थित गोंडवाना समाज के कुल देवी देवताओं के मूर्ति को असामाजिक तत्वो के द्वारा तोड फोड करने के मामले को एक आक्रोश रैली निकाली गई. जिसमें 6 राज्यो से लगभग 15 हजार लोगो ने हिस्सा लिया. रैली के दौरान गोंडवाना समाज के लोगो ने आरोपियो के खिलाफ कडी कार्यवाही करने की मांग की. इस मांग को लेकर समाज के लोगो ने एसडीएम को ज्ञापन भी सौपा.
डोंगरगढ धर्मनगरी के पहाड़ो मे सभी धर्म के मंदिर स्थित है. जहां पर एक बुढहा देव पाहड़ी में आदिवासी समाज के देवी देवताओं का मंदिर है. लेकिन 15 दिन पहले कुछ असामाजिक तत्वो के द्वारा देवी देवताओं के मूर्ति को तोड फोड कर दिया था. जिसके बाद समाज के लोगो ने एसडीएम को ज्ञापन देकर आरोपियो के खिलाफ कडी कार्यवाही करने की मांग की थी.
असामाजिक तत्वो के द्वारा मूर्ति के तोड फोड करने के मामले को लेकर समाज के द्वारा प्रशासन के अवगत कराया गया था. लेकिन कुछ दिनो बाद फिर से एक बार गोंडवाना समाज के मंदिर के मूर्ति और खिडखी को दोबारा तोड़ दिया गया. जिससे समाज में काफी आक्रोश बना हुआ था. इस घटना के बाद आदिवासी समाज द्वारा एक विशाल आक्रोश रैली का आयोजन किया गया. जिसमें महाराष्ट्र , बिहार, मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ सहित 6 राज्यो के 15 हजार से अधिक महिला पुरुष सहित समाज के बडे पदाधिकारी भी शामिल हुए.ये सभी लोग डोंगरगढ के बुढहा देव पाहडी मे इकठा होकर आक्रोश रैली निकालकर शहर के मुख्य मार्गो से होकर एसडीएम कार्यलय पहुंचे. जहां उन्होंने मूर्ति को तोड फोड करने वाले आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कडी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौपा. इस दौरान सर्व आदिवासी सम्मेलन में पूर्व सांसद सोहन पोटाई सहित समाज के पदाधिकारियों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही आरोपियों कि गिरफ्तारी नही की गई तो वे आगे और भी उग्र आन्दोलन करेंगे.
वही गोंडवाना समाज के पेन पुरखा, देवी देवताओं के मूर्ति के तोड फोड के मामले को लेकर डोंगरगढ के नगर पंचायत अध्यक्ष का कहना है की डोंगरगढ धर्मनगरी के पहाडो मे अनेको धर्म के मंदिर है. लेकिन किसी असामाजिक तत्वो के द्वारा आदिवासी समाज के देवी देवताओं के मूर्ति को तोड फोड किया है. यह इस धर्मनगरी मे पहली बार हुआ है, जो निंदयी है. इस तरह की मामला नही होनी चाहिए थी. मूर्ति के तोड फोड के बाद पुलिस प्रशासन अब आरोपियो को गिरफ्तार नही कर पाई है, जिसके कारण आदिवासी समाज मे काफी आक्रोश है. और यही कारण है गोंडवाना समाज के लोगो ने आक्रोश रैली निकालकर प्रशासन के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन किया है.
इस सर्व समाज के आक्रोश रैली के दौरान किसी तरह से माहौल खराब ना हो इसको लेकर पुलिस प्रशासन ने तकड़ी व्यावस्था कर रखी थी. वही इस मामले को लेकर एसडीएम प्रेमलता चंदेल ने समाज के लोगों को आश्वस्त करते हुए मूर्ति के तोड फोड करने वाले आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है.