नई दिल्ली. इंडोनेशिया की सुंदा खाड़ी में सुनामी की चपेट में आकर 168 लोगों की मौत हो गई, जबकि 584 लोग जख्मी हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक शनिवार देर रात अनाक क्राकातोआ ज्वालामुखी फटने के बाद समुद्र के नीचे भूस्खलन आ गया. इससे उठी ऊंची लहरों ने तटीय इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया. दक्षिणी सुमात्रा के किनारे स्थित कई इमारतें तबाह हो गईं. सुनामी से प्रभावित इलाकों में पैंनदेंगलैंग, सेरांग, और दक्षिण लाम्पुंग के इलाके शामिल हैं. ये क्षेत्र सुंदा स्ट्रेट में पड़ता है.
अनक क्राकातोआ एक छोटा ज्वालामुखी द्वीप है. यह 1883 में क्राकातोआ ज्वालामुखी के फटने के बाद अस्तित्व में आया था. नॉर्वे के पत्रकार ओएस्टीन एंडरसन के मुताबिक ज्वालामुखी फटने के समय वे करीब के ही एक द्वीप से उसकी फोटो ले रहे थे. इसी दौरान एक 50 से 65 फीट ऊंची लहर तट पर आती दिखी. एंडरसन ने बताया कि उन्हें जान बचाकर होटल की तरफ भागना पड़ा. हालांकि इसके बाद अगली ही लहर होटल तक पहुंच गई. इसकी चपेट में आने से होटल के बाहर खड़ी कारें पलट गईं.
सुंदा खाड़ी इंडोनेशिया के जावा और सुमात्रा द्वीप के बीच है. यह जावा समुद्र को हिंद महासागर से जोड़ती है. सुमात्रा के दक्षिणी लामपुंग और जावा के सेरांग और पांदेलांग इलाके में सुनामी का सबसे ज्यादा असर पड़ा. इंडोनेशिया के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुग्रोहो के मुताबिक “जियोलॉजिकल एजेंसी सुनामी की वजहों का पता लगाने में जुट गई है. मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है.”