रांची। झारखंड के सिमडेगा स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में खराब भोजन और बदइंतजामी के विरोध में 176 छात्रों ने बुधवार सुबह से खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। वे इस बात पर अड़े रहे कि जब तक जिले के उपायुक्त खुद आकर उनकी बातें नहीं सुनते और उनकी समस्याएं दूर करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाते, वे हॉल के बाहर नहीं आयेंगे। लगभग छह घंटे के बाद छात्रों ने तभी अपनी हठ वापस ली, जब उपायुक्त सुशांत गौरव वहां पहुंचकर उनकी परेशानियों से अवगत हुए और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।

बताया गया कि सुबह नाश्ते के बाद स्कूल के कक्षा 9 से 12 तक के सभी छात्र एक हॉल में इकट्ठा हुए। वह स्कूल प्रबंधन पर खराब भोजन देने का आरोप लगा रहे थे। उनकी शिकायत थी कि स्कूल में अन्य कई अव्यवस्थाएं हैं, लेकिन बार-बार कंप्लेन दर्ज कराये जाने के बावजूद कोई उनकी सुन नहीं रहा। उन्होंने दरवाजा बंद कर लिया। स्कूल प्रबंधन ने इसकी जानकारी अनुमंडल पदाधिकारी को दी। स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों ने बच्चोंbad को मनाने की कोशिश की, लेकिन वे उपायुक्त को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। अंतत: लगभग चार घंटे के बाद उपायुक्त सुशांत गौरव स्कूल पहुंचे। बच्चे जब आश्वस्त हुए कि हॉल के बाहर उपायुक्त खड़े हैं, तभी उन्होंने दरवाजा खोला। बच्चों ने शिकायत की कि उन्हें मेस में दिया जाने वाला खाना बेहद खराब है। विद्यालय में पठन-पाठन और छात्रावास को लेकर कई तरह की समस्याएं हैं, लेकिन विद्यालय प्रबंधन इनपर कोई ध्यान नहीं देता।

छात्रों से बातचीत के बाद उपायुक्त ने कहा कि उनकी समस्याएं दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाये जायेंगे और जो लोग जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। बाद में उपायुक्त ने कहा कि छात्रों की समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन उन्हें जिस तरह बहकाकर इस तरह के आंदोलन के लिए उद्वेलित किया गया, वह बेहद आपत्तिजनक है। छात्रों को बहकाने वालों को भी चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस पूरे मसले पर छात्रों के साथ-साथ उनके अभिभावकों और सभी पक्षों से बात की जायेगी।