नई दिल्ली। सरकार ने फर्जी या शेल कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और 2.09 लाख कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है. वहीं इन कंपनियों के बैंक खातों पर भी रोक लगा दी गई है.
छग की कंपनियों पर भी गिरी गाज
बता दें कि छत्तीसगढ़ में भी ऐसी हजारों शेल कंपनियां हैं. सरकार ने छत्तीसगढ़ की 900 से ज्यादा कंपनियों पर कार्रवाई करते हुए इनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर बैंक खातों पर रोक लगा दी है. आशंका है कि इन कंपनियों का इस्तेमाल अवैध लेन-देन और टैक्स चोरी के लिए हो रहा था.
बता दें कि सरकार ने कहा कि देशभर में जिन कंपनियों पर कार्रवाई की गई है, उन्होंने नियमों को दरकिनार करके काम किए थे. जिन कंपनियों के नाम कंपनी महापंजीयक की पंजीकरण पुस्तिका से हटाए गए हैं, वे कंपनियां जब तक नियम और शर्तों को पूरा नहीं कर लेती हैं, तब तक उनके निदेशक कंपनी के बैंक खातों से लेन-देन नहीं कर सकेंगे.
गौरतलब है कि ‘कंपनी कानून की धारा 248-5 के तहत 2,09,032 कंपनियों के नाम कंपनी पंजीयक के रजिस्टर से काट दिए गए हैं. सरकार के मुताबिक, रजिस्टर से जिन कंपनियों के नाम काटे गए हैं, उनके निदेशक और प्राधिकृत हस्ताक्षरकर्ता अब इन कंपनियों के पूर्व निदशेक और पूर्व प्राधिकृत हस्ताक्षरकर्ता बन जाएंगे.’
विज्ञप्ति में कहा गया है कि रजिस्टर से नाम काटे जाने के साथ ही कंपनियों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा. वित्तीय सेवाओं के विभाग ने भारतीय बैंक संघ के जरिए बैंकों को सलाह दी है कि वो ऐसी कंपनियों के बैंक खातों से लेनदेन को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाएं.