-
दोनों 23 दिनों से अस्पताल की छठी मंजिल पर प्रदर्शन कर रही थीं
-
घटना के वक्त तीन डीएसपी, चार थानों के एसएचओ के अलावा 80 पुलिसवाले भी मौजूद थे
-
आरोप है कि किसी ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की
पटियाला. नौकरी में नियमित करने की मांग को लेकर पिछले 23 दिनों से शहर के राजिंदरा अस्पताल की छठी मंजिल पर प्रदर्शन कर रहीं 2 नर्सें छठी मंजिल से कूद गईं. घटना के वक्त 700 लोग मौजूद थे. इनमें प्रशासन के अफसर के अलावा पुलिस के जवान भी शामिल हैं. दोनों की हालत गंभीर हैं.
जख्मी नर्स का नाम कर्मजीत कौर औलख और बलजीत कौर खालसा है. दोनों आईसीयू में भर्ती हैं. कर्मजीत नर्सिंग एसोसिएशन की प्रधान हैं. आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री ब्रहृम मोहिंदरा से लेकर पुलिस और प्रशासन को पता था कि नर्स कूदने का कदम उठा सकती हैं. इसके बावजूद उन्हें रोका नहीं गया.
इन्हें बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि इन्हें बचाने के लिए सिर्फ एक मछली पकड़ने वाला जाल और दो इंच मोटा गद्दा बिछाया गया था, कर्मजीत ने एक हफ्ते पहले ही वीडियो जारी करके चेतावनी दी थी कि अगर गुरुवार को चंडीगढ़ में होने वाली मीटिंग में नियुक्तिपत्र नहीं दिया गया, तो वे साथी नर्स के साथ कूदकर जान दे देंगी. इसके बावजूद स्वास्थ्य मंत्री ने उनकी मांगों पर अगले हफ्ते चर्चा करने की बात कही.
कूदने से पहले पढ़ी अरदास
मीटिंग में बात मांग न मानी जाने की बात पता चलते ही दोनों नर्सों ने अरदास पढ़ी और छलांग लगा दी. पहले बलजीत कूदी, जो जाल में फंस गई. फिर औलख कूदी. उनका वजन ज्यादा था, इसलिए जाल कमजोर पड़ गया. मौके पर उपायुक्त कुमार अमित, तीन डीएसपी, चार थानों के एसएचओ के अलावा 80 पुलिसवाले भी मौजूद थे.