सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. प्रदेश में फीस निर्धारित नहीं होने के कारण निजी मेडिकल शिक्षण संस्थान ने जमकर लूट-खसोट की है. फीस के नाम पर लगभग 200 करोड़ का भ्रष्टाचार किया गया है. जिसको ध्यान में रखते हुए फीस विनायक आयोग समिति ने मेडिकल शिक्षा, तकनीकी के लिए फीस निर्धारित किया है.

बता दें कि, LALLURAM.COM मेडिकल कॉलेज में मची लूट-खसोट की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके बाद फीस विनायक आयोग समिति ने मेडिकल शिक्षा, तकनीकी के लिए फीस निर्धारित किया है. साथ ही सबूत के साथ शिकायत करने पर फीस वापसी के साथ संस्थान पर कार्रवाई करने की बात भी कही है.

दरअसल, दो सालों से फीस निर्धारित नहीं होने के कारण छात्रों के परिजन खूब लूटे गए हैं. MBBS और MD के लिए 35-40 लाख रुपये फीस ली गई. जिसके बाद अब फीस विनायक आयोग समिति ने 6 लाख या 6 लाख 40 हजार तक MBBS के लिए फीस निर्धारित किया है. साथ ही यह भी कहा है कि, सबूत के साथ शिकायत करने पर फीस वापसी के साथ संस्थान पर कार्रवाई होगी.

वहीं डॉक्टर राकेश गुप्ता ने कहा, शुल्क के नाम पर ख़ूब लूट हुई है. प्रदेश में भूपेश बघेल की सरकार है, फीस के नाम पर लूट करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. जिन लोगों से अधिक शुल्क लिया गया है, दस्तावेज के साथ शिकायत करें, हम लोग पूर्ण सहयोग करेंगे.