रायपुर। साल 2017 में कई खबरें छाई रहीं. कई खबरों ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरीं. आइए फ्लैशबैक 2017 में हम जानते हैं उन खबरों के बारे में, जो राष्ट्रीय स्तर पर छाई रहीं.
- उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव- साल 2017 की शुरुआत उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी के साथ हुई. समाजवादी पार्टी में चाचा-भतीजे के बीच जंग शुरू हो गई और इस विवाद में मुलायम-शिवपाल एक तरफ हो गए, तो दूसरी तरफ अखिलेश-रामगोपाल थे. अखिलेश ने राहुल के साथ गठबंधन कर लिया. उत्तर प्रदेश की 70वीं विधानसभा के लिए आम चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक सात चरणों में आयोजित हुए. इन चुनावों में मतदान प्रतिशत लगभग 61% रहा. भारतीय जनता पार्टी ने 312 सीटें जीतकर तीन-चौथाई बहुमत प्राप्त किया, जबकि समाजवादी पार्टी गठबन्धन को 54 सीटें और बहुजन समाज पार्टी को 19 सीटों से संतोष करना पड़ा. इस तरह उत्तर प्रदेश में भाजपा ने सत्ता से 15 साल के वनवास के बाद अपनी धमाकेदार वापसी की.
2. उत्तराखंड चुनाव में बीजेपी की जीत, पंजाब में कांग्रेस की जीत, गोवा में बीजेपी ने बनाई सरकार – उत्तराखंड चुनाव में सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस को करारी हार का मुंह देखना पड़ा. खुद मुख्यमंत्री हरीश रावत हरिद्वार ग्रामीण और किच्छा दोनों विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव हार गए. भाजपा को 56 सीटें और कांग्रेस को 11 सीटें मिलीं.
पंजाब में कांग्रेस ने 77 सीटें हासिल कीं और सरकार बनाई. वहीं गोवा में भी कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया. उसे 17 सीटें हासिल हुईं और भाजपा को केवल 13 सीट. लेकिन भाजपा सरकार बनाने में सफल रही. इसके लिए मनोहर पर्रिकर ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दिया और गोवा के सीएम बने.
3. प्रद्युम्न के मर्डर ने मचाई सनसनी- गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को हुए प्रद्युम्न मर्डर केस ने देशभर के पैरेंट्स को चिंता में डाल दिया था. हत्या के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हुए. स्कूलों में सुरक्षा को लेकर बहस हुई. पहले वारदात के लिए बस कंडक्टर अशोक को गिरफ्तार किया गया था. लेकिन सीबीआई ने 12वीं के नाबालिग छात्र को गिरफ्तार किया और बताया कि उसने पीटीएम और परीक्षा रोकने के लिए 7 साल के बच्चे प्रद्युम्न की हत्या की थी.
वहीं 20 दिसंबर को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने आरोपी छात्र को नाबालिग मानने से इंकार कर दिया. कोर्ट का कहना है कि आरोपी छात्र की उम्र 16 वर्ष है इसलिए उसे नाबालिग नहीं माना जा सकता. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि आरोपी छात्र को बालिग मानकर उसके ऊपर केस चलाया जाएगा.
4. मणिशंकर अय्यर के बयान ने कराई पार्टी की किरकिरी– कांग्रेस से निलंबित नेता मणिशंकयर अय्यर इस साल खबरें बनाने वालों में शामिल रहे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ‘नीच’ शब्द का इस्तेमाल किया था. जिसके बाद कांग्रेस बैकफुट पर आ गई और आनन-फानन में अय्यर को कांग्रेस से निलंबित कर दिया. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात चुनाव में इस बयान को अपने पक्ष में कर लिया और आखिरकार गुजरात में छठवीं बार भी भाजपा सरकार बनाने में सफल रही.
5. गुजरात में छठवीं बार भाजपा ने बनाई सरकार, हिमाचल प्रदेश में भी बीजेपी को बहुमत– गुजरात में छठवीं बार भी भाजपा सरकार बनाने में सफल रही. हालांकि इस बार भाजपा को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिली. भाजपा को 182 में से केवल 99 सीटों पर संतोष करना पड़ा, वहीं कांग्रेस और सहयोगी दलों को 80 सीटें मिलीं. गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी बने.
हिमाचल प्रदेश में भी भाजपा ने 68 सदस्यीय विधानसभा में दो-तिहाई बहुमत के करीब 44 सीटें हासिल की हैं. कांग्रेस ने 21 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बने.
6. जानी-मानी पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या- देश की जानी-मानी पत्रकार गौरी लंकेश की कुछ लोगों ने उनके बैंगलुरू स्थित घर में गोली मारकर हत्या कर दी थी. गौरी लंकेश भारतीय पत्रकारिता में जाना-माना नाम थीं. वो दक्षिणपंथी विचारधारा की खुली आलोचक रहीं थीं और इन्हीं वैचारिक मतभेद के चलते उनकी हत्या कर दी गई. 5 सितंबर को तीन लोगों ने उन्हें उनके घर में ही गोली मारकर हत्या तक दी थी. उनकी हत्या के विरोध में देशभर में आंदोलन हुए. भाजपा, कांग्रेस, आरएसएस समेत कई राजनीतिक दलों और संगठनों ने उनकी हत्या की निंदा की.
7. गुरमीत राम रहीम की गिरफ्तारी और हनीप्रीत के साथ नजदीकियां रहीं सुर्खियों में- सीबीआईए की विशेष अदालत ने इस साल 25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम को रेप के आरोप में दोषी पाया और 20 साल की सजा सुना दी. 2002 के रेप वाले मामले में दोषी पाए जाने के बाद राम रहीम के समर्थकों ने हरियाणा और पंजाब में जमकर उत्पात मचाया. पंचकूला में 25 अगस्त को हुई हिंसा में 30 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी. इस दौरान 100 से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था. शहर में हिंसा फैलने के बाद सेना की 6 टुकड़ियां तैनात करनी पड़ी थीं.
वहीं गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत के साथ उनके रिश्तों ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं. उस समय पूरा देश सन्न रह गया, जब हनीप्रीत के पूर्व पति ने ये कहकर सनसनी मचा दी कि राम रहीम के साथ हनीप्रीत के अवैध रिश्ते रहे हैं.
वहीं हनीप्रीत को भी हिंसा की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि करीब 40 दिनों तक वो पुलिस से इधर-उधर भागती रही.
8. फलाहारी, वीरेंद्र देव दीक्षित समेत कई बाबा की करतूतों ने देश को किया शर्मसार– इधर छत्तीसगढ़ की बिलासपुर की रहनेवाली युवती के साथ यौन शोषण के आरोप में फलाहारी बाबा को गिरफ्तार किया गया. वो अभी भी अलवर जेल में बंद है. 23 सितंबर को फलाहारी बाबा को अलवर के मधुसूदन सेवा आश्रम से गिरफ्तार किया गया था. फलाहारी बाबा का पूरा नाम जगतगुरु रामानुजाचार्य श्री स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी फलाहारी महाराज है. वो रामानुज संप्रदाय के साधु माने जाते हैं. राजस्थान के अलवर में इनका वेंकटेश दिव्य बालाजी धाम आश्रम है.
इधर दिल्ली के रोहिणी स्थित एक आध्यात्मिक आश्रम पर दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर विशेष जांच टीम ने छापा मारा. इस आश्रम को चलाने वाला वीरेंद्र देव दीक्षित है. घंटों चली छापामार कार्रवाई में आश्रम से बाबा की एक अनुयाई युवती और चौकीदार को पुलिस ने हिरासत में लिया. वहीं पुलिस ने आश्रम से कई चीजों को जब्त किया. 22 दिसंबर को पुलिस ने दिल्ली महिला आयोग के साथ द्वारका में बने आश्रम पर भी छापा मारा. पीड़ितों ने बताया कि लड़कियों को हॉर्मोन बढ़ाने वाली दवाईयां दी जाती थी, ताकि उनसे यौन संबंध बनाए जा सकें.
इधर जैन मुनि शांति सागर पर भी एक लड़की ने रेप का सनसनीखेज आरोप लगाया. उन्होंने आरोप कबूल भी कर लिया. पुलिस ने जैन मुनि को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
9. पाकिस्तान जेल में बंद कुलभूषण जाधव की फांसी पर लगी रोक- भारत ने वियना कन्वेंशन के वॉयलेशन का हवाला देकर कुलभूषण जाधव की सजा को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में चुनौती दी और इसे मानवाधिकार का हनन करार दिया. भारत द्वारा पेश किए गए सबूतों के मद्देनजर आईसीजे ने इश साल 18 मई को जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगाई, जिसे भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत माना गया.
भारत का दावा है कि पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को बलूचिस्तान नहीं बल्कि ईरान से किडनैप किया था. उन पर जासूसी के झूठे आरोप लगाए और सजा सुनाई गई. भारत का कहना है कि नेवी से रिटायरमेंट के बाद जाधव ईरान में बिजनेस कर रहे थे. सुनवाई के दौरान पाकिस्तान ने कहा था कि कुलभूषण को ब्लूचिस्तान से गिरफ्तार किया गया था. ऐसे में वह काउंसलर एक्सेस दिए जाने का पात्र नहीं है. बता दें पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को 3 मार्च 2016 को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया था. बाद में 10 अप्रैल को उसे फांसी की सजा सुनाई थी.
10. कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी से इस्लामाबाद में बदसलूकी, भारत ने जताया विरोध– इस्लामाबाद में कुलभूषण जाधव से मुलाकात के दौरान उनकी पत्नी और मां के साथ पाकिस्तान द्वारा की गई बदसलूकी का मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर उठा. 28 दिसंबर को राज्यसभा और लोकसभा में केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ और नहीं कर सकता. सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान में जाधव की मां और पत्नी के साथ बुरा सलूक हुआ. पत्नी की चूड़ी, बिंदी, मंगलसूत्र तक उतरवाए गए. वहीं जाधव की पत्नी के जूते तक रख लिए गए. दोनों के कपड़े तक बदलवाए गए. जबकि पाकिस्तान में जाने से पहले एयरपोर्ट पर दो जगह मां और पत्नी की चेकिंग हुई, तो क्या तब कोई चिप नहीं दिखाई दी. पूरा सदन पाकिस्तान के इस व्यवहार की निंदा करता है. उन्होंने कहा कि बिना बिंदी, मंगलसूत्र के मां को देखकर कुलभूषण जाधव ने पूछा कि बाबा कैसे हैं. सुषमा ने कहा कि सुहागिन स्त्रियों को विधवा के तरह पेश किया गया.
11. रेल बजट और आम बजट को एक साथ किया गया पेश– बजट प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के कारण इस साल बजट सत्र 31 जनवरी से ही शुरू हो गया, जो पहले फरवरी के तीसरे सप्ताह में शुरू होता था. एक फरवरी को वित्त मंत्री ने आम बजट पेश किया और इसके साथ रेल बजट भी शामिल था. करीब नौ दशक पुरानी परम्परा को तोड़ते हुए रेल बजट को आम बजट में ही शामिल कर दिया गया.
12. तीन तलाक पर रोक विधेयक लोकसभा से पारित– 28 दिसंबर को लोकसभा में पेश तीन तलाक संबंधी मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक पारित हो गया. इसके साथ ही मुस्लिम महिलाओं में खुशी की लहर दौड़ गई. एक साथ तीन तलाक अब असंवैधानिक होगा. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि “ये बिल धर्म, विश्वास और पूजा का मसला नहीं है, बल्कि जेंडर जस्टिस और जेंडर इक्वालिटी से जुड़ा मसला है. अगर देश की मुस्लिम महिलाओं के हित में खड़ा होना अपराध है तो हम ये अपराध 10 बार करेंगे.”
मुस्लिम महिला (विवाह अधिकारों का संरक्षण) विधेयक पास होना इस साल की ऐतिहासिक उपलब्धि है.
13. सेक्स सीडी के कारण चर्चा में रहे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल– पाटीदार नेता हार्दिक पटेल अपने बयानों और सेक्स सीडी के कारण पूरे साल चर्चा में रहे. हार्दिक पटेल ने बिना चुनाव लड़े ही गुजरात विधानसभा चुनावों में ऐसी दावेदारी पेश की, जिसने बीजेपी के गढ़ में खलबली पैदा कर दी और वोटों का बिखराव कर दिया था. हार्दिक का पहला कथित सेक्स वीडियो 13 नवम्बर को वायरल हुआ था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रही है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा था कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता.
14. सालोंभर छाया रहा जीएसटी का मुद्दा– संसद के केन्द्रीय कक्ष में 30 जून-एक जुलाई की मध्य रात्रि में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रात्रि 12 बजे घंटा बजाकर देश में जीएसटी लागू करने की घोषणा की. सालोंभर जीएसटी का मुद्दा छाया रहा. चुनाव में भी कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियां जीएसटी के मुद्दे पर भाजपा को घेरने में लगी रहीं.
15. राहुल के हिंदुत्व पर सवाल, जनेऊ मुद्दा छाया रहा– गुजरात विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी के धर्म का मुद्दा भी उछला. दरअसल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए गए थे, जहां एंट्री रजिस्टर में राहुल गांधी का नाम गैर-हिंदू के रूप में दर्ज हुआ. इस पर भाजपा ने निशाना साधा. जमकर इस पर राजनीति हुई और कांग्रेस को तस्वीरें जारी करनी पड़ीं. साथ ही कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी न सिर्फ हिंदू बल्कि जनेऊधारी हैं. कुल मिलाकर राहुल गांधी के जनेऊधारी होने के मुद्दे ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं.
16. राहुल गांधी बने कांग्रेस अध्यक्ष– करीब 2 दशक के बाद राहुल गांधी के रूप में 132 साल पुरानी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को अपना नया अध्यक्ष मिल गया. 2 दशक से उनकी मां सोनिया गांधी इस पद को संभालती आ रही थीं. 16 दिसंबर को राहुल की कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी हुई. राहुल गांधी से पहले नेहरू-गांधी परिवार से मोतीलाल नेहरू, भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, सोनिया गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं.
17. नीतीश ने आरजेडी से गठबंधन तोड़ा, बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में बनाई सरकार- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़ा, तो बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया. आरजेडी ने जमकर नीतीश कुमार पर जुबानी तीर चलाए. वहीं नीतीश भी चुप नहीं बैठे. नीतीश कुमार ने स्वीकार किया कि जब लालू यादव के साथ सरकार चलाना मुश्किल था. नीतीश ने स्वीकार किया कि बिहार में कानून का राज स्थापित करने में उनको परेशानी हो रही थी. नीतीश कुमार ने फिर से भाजपा से हाथ मिला लिया और बिहार में सरकार बनाई. वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री पद के शपथग्रहण समारोह में नीतीश ने अरसे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की.
18. चारा घोटाले में लालू यादव ठहराए गए दोषी– बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाले में 23 दिसंबर को रांची की सीबीआई कोर्ट ने आरजेडी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिया. इस मामले में अब 3 जनवरी 2018 को फैसला आएगा. चारा घोटाले में 7 आरोपी बरी हो गए, वहीं 15 लोग दोषी करार दिए गए. बिहार के एक और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा को मामले में बरी कर दिया गया. करीब 89 लाख रुपए के घोटाले में लालू यादव को सजा सुनाई गई. ये फैसला देवघर कोषाघर मामले में आया. जिस समय चारा घोटाला हुआ था, उस वक्त लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे.
19. रामनाथ कोविंद बने देश के राष्ट्रपति, वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति- 25 जुलाई को रामनाथ कोविंद भारत के 14वें राष्ट्रपति बने. भारत के तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर ने भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में उन्हें शपथ दिलवाई. वहीं 11 अगस्त को एम वेंकैया नायडू ने उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बनने से पहले बिहार के राज्यपाल थे.
20. कमला मिल्स कंपाउंड अग्निकांड– साल के जाते-जाते 28 दिसंबर को मुंबई के पॉश इलाके लोअर परेल के कमला मिल्स कंपाउंड में भीषण आग लग गई, जिसमें 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं कई लोग घायल हैं, जिनका इलाज अब भी जारी है. वहीं खुशबू मेहता नाम की युवती ने भी इसमें जान गंवा दी, जिसके बर्थडे के मौके पर पार्टी का आयोजन किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया. वहीं रेस्टॉरेंट के मालिक पर मामला दर्ज किया गया. आग के मामले में रेस्त्रां मालिकों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है वो फरार चल रहे हैं.
बता दें कि कमला मिल्स कंपाउंड मुंबई के बेहद पॉश इलाके में स्थित है. यहां कई कंपनियों के दफ्तर हैं. साथ ही एक-से-बढ़कर एक पब और रेस्टॉरेंट्स हैं. नाइट लाइफ के दीवानों के लिए ये जगह जन्नत की तरह है. यहां वन अबव रेस्टॉरेंट, लंडन टैक्सी बार, मोजो मेस्ट्रो रेस्तरां काफी फेमस है. खासतौर पर मोजो पब हाल में खुला टेरेस बार ‘लंडन टैक्सी’ युवाओं का चहेता है. शुक्रवार और शनिवार की रात तो यहां पब में एंट्री के लिए लोगों की लंबी लाइनें लगती हैं.