चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ पत्रकार रहे चंदूलाल चंद्राकर की रविवार को 25 वीं पुण्यतिथि थी. सीएम भूपेश उन्हें श्रद्धांजलि देने उनके निवास पहुंचे. जहां उन्होंने पूर्व केन्द्रीय मंत्री के स्मारक पर पुष्पांजलि के करते हुए कहा कि चंदूलाल चंद्राकर छत्तीसगढ़ के विकास का जो सपना देखा था हम उसे पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं. देश में आर्थिक मंदी है, रोजगार का गहन संकट है. ऐसे में इन मुद्दों पर देश भर में चिंतन होना चाहिए लेकिन ऐसी बहस की जगह अनुत्पादक बहसों ने ली है.  मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात की हमें गहरी खुशी है कि चंदूलाल चंद्राकर जी के दिखाए मार्ग पर हम चल पा रहे हैं.

कृषकों की कर्जमाफी और 2500 रुपये में धान खरीदी के माध्यम से कृषकों की स्थिति में सुधार तो हुआ ही, बाजार में भी मांग पैदा हुई जो छत्तीसगढ़ के बाजार के लिए संजीवनी साबित हुई. बीते साल भर में जो काम हुए, छत्तीसगढ़ी अस्मिता को सहेजने की दिशा में जो काम हुए, वो अपने पुरखों को दी गई सच्ची श्रद्धांजलि है. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर चंदूलाल चंद्राकर के सार्वजनिक जीवन की उपलब्धियों का भी स्मरण किया.

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के लिए खंदक की लड़ाई चंद्राकर ने लड़ी. चाहे रेलवे का विकास हो या गंगरेल की बात हो. प्रदेश की विकास यात्रा में चंद्राकर का बड़ा योगदान रहा. राजनीतिक जीवन की उनकी उपलब्धियों से परे पत्रकारिता में उनकी उपलब्धियां विलक्षण रहीं. उन्होंने 9 ओलिंपिक खेलों की रिपोर्टिंग की. दुनिया भर में भ्रमण किया और दुनिया भर में हो रहे नवाचारों से हमें परिचित कराया. उनके डिस्पैच बहुत शानदार रहे और उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से भी उन्होंने अपनी मातृभूमि की सेवा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरानी पीढ़ी तो उनके योगदान से परिचित है ही, नई पीढ़ी को भी उनके विचारों से अवगत कराने ऐसे कार्यक्रम बहुत उपयोगी होते हैं.