चंडीगढ़। पंजाब में भ्रष्टाचार पर भगवंत मान सरकार जीरो टॉलरेंस नीति अपना रही है. अब जमीन की खरीद-बिक्री में 28 करोड़ के घोटाले के मामले में पूर्व कांग्रेस मंत्री तृप्त बाजवा और दो आईएएस अधिकारी आप सरकार के निशाने पर आ गए हैं. पूर्व कांग्रेस ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा और दोनों IAS अधिकारी पर अमृतसर में जमीन के सौदेबाजी में 28 करोड़ के घपले का आरोप है.

पूर्व मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा

सीएम भगवंत मान को सौंपी गई रिपोर्ट

आप सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री कुलदीप धालीवाल ने इसकी रिपोर्ट सीएम भगवंत मान को भेज दी है. मंत्री कुलदीप धालीवाल ने कहा कि इसमें पूर्व मंत्री और 2 IAS के नाम आने की वजह से कार्रवाई करने मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं, इसलिए इसे मुख्यमंत्री को सौंपा गया है.

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बिक्री में करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप

मंत्री कुलदीप धालीवाल ने बताया कि अमृतसर के गांव भगतुपुरा में पंचायत ने अल्फा इंटरनेशनल को जमीन बेची थी. सरकार बनते ही इस बिक्री में करोड़ों के भ्रष्टाचार का शक हुआ. उन्होंने 20 मई को इसकी 3 सदस्यीय जांच टीम बनाई. जिसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद इसे मुख्यमंत्री भगवंत मान को सौंप दिया गया.

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मंत्री कुलदीप धालीवाल ने लगाए पूर्व मिनिस्टर बाजवा पर गंभीर आरोप

मंत्री कुलदीप धालीवाल ने कहा कि जांच में पता चला है कि चुनाव नतीजे आने के बाद 11 मार्च को तत्कालीन CM चरणजीत सिंह चन्नी ने इस्तीफा दे दिया था. इसके बावजूद पूर्व मंत्री तृप्त बाजवा ने इसी दिन फाइल साइन की, जो गैर कानूनी था. ऊपर से उस वक्त आचार संहिता भी लगी हुई थी. सवाल यह है कि जो फाइल 4-5 साल से घूमती रही, उस पर इतनी जल्दी कैसे साइन हुए. वहीं इस मामले में बाजवा का कहना है कि अगर आप सरकार को एतराज था, तो रजिस्ट्री को रोक लिया जाना चाहिए था और अब बेवजह के आरोप लगाए जा रहे हैं.