दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा जिले में सोमवार को बारसूर व कुआकोंडा थाना क्षेत्र से दो ईनामी नक्सलियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को कामयाबी हासिल हुई है। इनमें से कुआकोंडा थाना क्षेत्र में करीब 10 सालों से आतंक का पर्याय बने खूंखार नक्सली ओयामी लखमा उर्फ कोसा उर्फ़ बंगाल को दंतेवाड़ा पुलिस ने कोर्रा के जंगलों से गिरफ्तार किया है, जिसे पुलिस ने सबसे बड़ी उपलब्धि बताई है।वहीं दूसरे माओवादी केशाराम को बारसूर के साप्ताहिक बाजार से गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार किया गया पहला नक्सली ओयामी लखमा उर्फ़ बंगाल ने पालनार के साप्ताहिक बाजार में सबसे ज्यादा आतंक मचाया है। गिरफ्तार नक्सली पर किरंदुल टीआई सहित तीन जवानों की हत्या, गीदम के सर्राफा व्यापारी मनोज सोनी पर प्राणाघातक हमला, फूलपाड़ के पोस्टमास्टर की हत्या, मतदान पेटी लूटने जैसे 20 मामले नामजद पुलिस थानों में दर्ज हैें।
ओयामी लखमा डीएकेएसएस का अध्यक्ष व आरपीसी का सदस्य है। इस पर एक लाख रूप्ए का ईनाम भी घोषित था। जिसकी गिरफ्तारी के बाद कुआकोंडा क्षेत्र के रहवासियों ने राहत की सांस ली है।
दूसरा नक्सली केशाराम अलामी बारसूर के साप्ताहिक बाजार से गिरफ्तार हुआ है। यह माड़ डिवीजन में सक्रिय इंद्रावती एरिया में सक्रिय प्लाटून नंबर 16 का सदस्य है। नक्सली कमांडर मल्लेश ने डीएकेएमएस संगठन को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी इसे सौंपी थी। यह गांव में जाकर लोगों को मीटिंग के लिए बुलाना, राशन, पैसा एकत्रित करने व पुलिस गतिविधियों पर नजर रखने का काम करता था।