दीपक कुमार सिंह/बांका: जिले के अमरपुर गंगापुर गढ़ेल गांव में गुरुवार दोपहर 4 बजे हटका पोखर में नहाने गए 3 बच्चों की डूबने से मौत हो गई. मृतकों में स्वीटी कुमारी (14), धर्मेंद्र कुमार (14) और अमर कुमार (15) शामिल हैं. तीनों आपस में घनिष्ठ मित्र थे. वे बकरी चरा रहे थे, तभी तेज गर्मी से राहत पाने के लिए पोखर में नहाने उतरे, गहराई का अंदाजा नहीं लगा और डूब गए. 

सरकारी सहायता का दिया आश्वासन

घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने बच्चों को पोखर से बाहर निकाला. अमरपुर रेफरल अस्पताल ले गए. वहां डॉक्टर ज्योति भारती ने तीनों को मृत घोषित कर दिया. हादसे के बाद गांव में मातम छा गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना की सूचना मिलते ही अमरपुर थाना के अपर थानाध्यक्ष विक्की कुमार मौके पर पहुंचे. बीडीओ प्रतीक राज और पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि प्रशांत कापरी भी अस्पताल पहुंचे. अधिकारियों ने परिजनों का ढांढस बंधाया और सरकारी सहायता का आश्वासन दिया.

पोखर में डूब गए 3 बच्चे 

परिजनों ने बताया कि तीनों बच्चे रोज की तरह पशु चरा रहे थे. अमर के चाचा रंजन दास ने बताया कि वे अमरपुर में मजदूरी कर रहे थे. मोबाइल पर सूचना मिली कि हटका पोखर में 3 बच्चे डूब गए हैं. तीनों उनके ही घर के थे. खबर सुनते ही उनके होश उड़ गए. पोखर में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे. इसी कारण हादसा और गंभीर हो गया. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पोखर के चारों ओर घेराबंदी की जाए. बच्चों की सुरक्षा को लेकर गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाए. 

प्रशासन उठाए ठोस कदम 

तीनों बच्चे गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ते थे. स्वीटी आठवीं में थी. धर्मेंद्र और अमर नौवीं कक्षा के छात्र थे, वे अपने परिवार की उम्मीद थे. घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा है. हर आंख नम है. लोग परिजनों को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं. यह हादसा पूरे गांव के लिए अपूरणीय क्षति है. प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को आपदा राहत कोष से मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. हादसे की जांच भी शुरू हो गई है. इस घटना ने पोखरों और जल स्रोतों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए प्रशासन ठोस कदम उठाए.

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