पवन दुर्गम, बीजापुर। बस्तर रेंज मे चलाए जा रहे माओवादी उन्मूलन अभियान के तहत आज बासागुड़ा-जगरगुण्डा एरिया कमेटी के माओवादियों ने आत्मसमपर्ण किया. सरकार की तरफ से तीनों को आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत 10-10 हजार रुपए नगद प्रोत्साहन राशि दिया गया.

पुलिस के मुताबिक, एक्शन टीम डिप्टी कमाण्डर  आलम बामों (24) निवासी कोरसागुड़ा, सप्लाई टीम सदस्य मोडि़यम सुंदर (27) एवं एक्शन टीम डिप्टी कमाण्डर मड़कम मोटू (28) ने माओवादी विचारधारा छोड़ा है. तीनों उप महानिरीक्षक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ऑप्स कोमल सिंह, पुलिस अधीक्षक बीजापुर के समक्ष छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया. सपर्पित नक्सलियों के खिलाफ कई बड़ी घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है.

इन माओवादी घटनाओं में शामिल होने का दावा

  1. 2006 में बासागुड़ा राहत शिविर में हमला कर सलवा जुड़ुम कार्यकर्ताओं को बासागुड़ा पुल के पास लाकर 4 को जान से मारने की घटना.
  2. 2007 में अस्थाई कैम्प बालेरतोंग जिला दंतेवाड़ा अटैक की घटना में शामिल थे.
  3. 2012 में बासागुड़ा-सारकेगुड़ा मार्ग में पुलिस वाहन को आईईडी विस्फोट, जिसमें 2 जवान शहीद हो गये थे.
  4. अक्टूबर 2012 को पुलिस पार्टी पर कोरसागुड़ा के जंगलों में अटैक.
  5. 2012 में साप्ताहिक बाजार बासागुड़ा में हमला कर 1 एके47 एवं 1 इंसास, मेनपेक सेट लूट कर ले गये थे.
  6. 2013 में बासागुड़ा सप्ताहिक बाजार में पत्रकार साई रेड्डी की हत्या में शामिल.
  7. 2014 बासागुड़ा साप्ताहिक बाजार में पुलिस बल पर हमला की घटना.