शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश के मंडला में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ती जा रही है. जिसे देखते हुए कान्हा नेशनल पार्क के कोर एरिया में पुलिस के तीन कैंप बनाने का फैसला लिया गया है. जिन तीन जगहों पर कैंप बनेगा, वहां नक्सलियों का मूवमेंट रहता है. एक जगह छत्तीसगढ़ का बॉर्डर भी है, जहां से नक्सली प्रवेश करते हैं.


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कान्हा नेशनल पार्क के एरिया में पहला कैंप खापा के मुक्कीरेंज के पास बनेगा. मुक्कीरेंज का मालीखेडी गांव हमेशा नक्सलियों के टारगेट पर रहता है. दूसरा कैंप सुपाड़ा रेंज के छत्तीसगढ़ बार्डर के नजदीक है. तीसरा कैंप भैंसागढ़ में बनेगा, यहां से नक्सली सीधे जंगल में घुस जाते हैं. नक्सलियों के बढ़ते मूवमेंट को लेकर फैसला लिया गया है. कान्हा टाईगर रेंज में नक्सलियों का मूवमेंट है.

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बता दें कि अक्सर नक्सली अपने नापाक इदारों को अंजाम देते रहते हैं. मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के बॉर्डर समेत कई जिलों में नक्सली एक्टिव हैं. जहां आए दिन नक्सलियों घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं. जिसे देखते हुए सरकार ने नए कैंप खोलने का फैसला लिया है. जिससे नक्सलियों के मूवेमेंट को लोकेट कर उनका खात्मा कर सके. कैंप खुलने से नक्सली भी कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के आस पास अपनी पैठ जामने से कतराएंगे.

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कान्हा नेशनल पार्क मध्य प्रदेश के बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है. यहां बाघों के साथ गौर, ताड़ गिलहरी, धारीदार लकड़बग्घा, चिंकारा, चूहा हिरण, काला हिरण, सियार, साही, सांभर जैसे जानवर भी देख सकते हैं. यहां आप सूर्योदय से सुबह 10 बजे तक और दोपहर 3:30 बजे से सूर्यास्त तक जंगल सफारी कर सकते हैं.

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