सुरेन्द्र जैन, धरसीवां। रायपुर के धरसीवां क्षेत्र में सड़क हादसों से कोहराम मचा है. स्थिति यह हो गई है कि एक चिता की आग ठंडी नहीं होती कि दूसरी चिता तैयार हो जाती है. यहां दो दिनों में दो सड़क हादसों में दो बालिकाओं सहित तीन की मौत की घटना सामने आई है.

ड्यूटी जा रहे फैक्ट्री कर्मी को रौंदा

देर शाम कपसदा से सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र के फेस वन में टाडा गांव के पास ये हादसा हुआ है. वह इस्पात गोदावरी एंड पॉवर में ठेकेदार के अधीन काम करता था, जो क्रेन आपरेटर था. सोमेश पिता तिहारू राम साहू उम्र 25 वर्ष को मोहदी मोड़ के आगे पुलिया के पास अज्ञात वाहन ने रौंद दिया. वह रात्रि 9 से सुबह 9 बजे की शिफ्ट में जा रहा था, लेकिन उसकी मौत से मुलाकात हो गई.

मृतक हेलमेट भी पहना था, लेकिन उसे जब ट्रक ने टक्कर मारी तो ट्रक उसका सिर रौंदते हुए फरार हो गया, जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई. यहां यह बताना लाजमी होगा की चरोदा से मोहदी टाडा मार्ग पर स्थित उद्योगों में आने जाने वाले वाहन अनियंत्रित रफ्तार से चलते हैं.

औद्योगिक प्रदूषण और ओवर लोड राखड़ आदि ले जाते समय सड़कों पर फैलाते जाते हैं, जिससे अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं. साथ ही इन मार्गों पर हमेशा रात में अंधेरा छाया रहता है.

दो दिन में हुई तीन मौतें
क्षेत्र में हालात बदतर होते जा रहे हैं. एक की चिता की आग ठंडी नहीं होती कि दूसरी चिता तैयार हो जाती है. बुधवार देर शाम भी तिवरैया में एक ट्रक ने पीछे से बाइक को टक्कर मारकर दो बालिकाओं को रौद दिया था, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. दो दिन में दो घटनाओं में तीन की मौत हो चुकी है.

एनएचएआई और सीएसआईडीसी पर कोई असर नहीं
लगता है कि बढ़ते सड़क हादसों का एनएचएआई और सीएसआईडीसी पर कोई असर नहीं हो रहा है. ओधोगिक क्षेत्रों और हाइवे पर अब भी सांझ ढलते ही अंधकार छा रहा है.

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