शरद पाठक, छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में बाघों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन किसी न किसी वजह से बाघ दम तोड़ रहे हैं. पिछले 3 दिन में अलग-अलग जिले में 3 बाघों की मौत हो चुकी है. डिंडौरी, सिवनी के बाद छिंदवाड़ा जिले में बाघ का शव बरामद हुआ है. जिससे वन विभाग पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि वो बाघों को लेकर क्या कर रही है ? शव मिलने से वन विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है.

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छिंदवाड़ा के बिछुआ ब्लॉक में कन्हान वन परिक्षेत्र के ग्राम साहानवाडी के समीप जंगलों में एक बाघ का शव मिला है. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर बाघ का शव बरामद कर लिया है. शव का पंचनामा बनाकर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. गौरतलब है कि छिंदवाड़ा के जंगलों में लगातार बाघ के शव पाए जाने की घटनाएं हो रही हैं. वन विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद भी इन घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है.

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बाघिन टी-35 मृत अवस्था में मिली

इससे पहले सिवनी जिले रे पेंच टाइगर रिजर्व में बाघिन टी-35 मृत अवस्था में मिली है. पेंच टाइगर रिजर्व के महाराष्ट्र सीमा में बाघिन का शव मिला है. पूरा मामला सालेघाट रेंज के पाथर बीट में नंबर 635 का है. निगरानी दल को बाघिन टी-35 का शव मिला है. शरीर पर चोट के निशान नहीं है. जिससे बाघिन के शिकार की संभावना भी नहीं है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह सामने आ पाएगी. फिलहाल वन विभाग मामले की जांच कर रही है.

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डिंडौरी के जंगल में मिला बाघ का शव

वहीं डिंडोरी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत सारसताल और नारायणडीह के बीच जंगल में एक बाघ का शव मिला था. घटना की जानकारी लगते ही ग्रामीण और वनविभाग के लोग मौके पर पहुंचे. बाघ की मौत के कारणों की जांच में वनविभाग की टीम जुट गए. जानकारी के अनुसार बाघ की उम्र लगभग 8 से 10 वर्ष के बीच की बताई जा रही है. बाघ की मौत के कारणों की वजह अभी स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है.

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