नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में मंगलवार को ममता सरकार की कैबिनेट मीटिंग से चार मंत्री नदारद थे। मंत्रियों की अनुपस्थिति से एक बार फिर सभी के पाला बदलने की चर्चा शुरु हो गई है। तीन मंत्रियों की अनुपस्थिति का कारण पार्टी महासचिव पार्थ ने वास्तविक बताया है। वहीं वन मंत्री राजा बैनर्जी को लेकर अटकलें लगाई जा रही है कि वे जल्दी ही टीएमसी को अलविदा कह सकते हैं। बैनर्जी पिछले महीने हुई बैठक में उन्होंने पार्टी के भीतर भाई-भतीजावाद और चाटूकारिता का आरोप लगाया था
बैनर्जी के अलावा जो तीन मंत्री कैबिनेट बैठक में अनुपस्थित थे उनमें पर्यटन मंत्री गौतम देब और उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष और चंद्रभान सिन्हा शामिल शामिल हैं। घोष ने अपनी अनुपस्थिति को लेकर कहा कि वह सरकारी सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने में मदद करने के लिए सीएम ममता बनर्जी की बातों को जनता तक पहुंचाने में व्यस्त हैं। पर्यटन मंत्री गौतम देब अस्वस्थ हैं और चंद्रनाथ सिन्हा ने कहा कि अगले हफ्ते मुख्यमंत्री की यात्रा की तैयारी को लेकर वो अपने क्षेत्र में हैं।
आपको बता दें पश्चिम बंगाल में चार महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में जोड़ तोड़ की राजनीति शुरु हो गई है। हाल ही में अमित शाह के पश्चिम बंगाल के दौरे में टीएमसी के सुवेन्दु अधिकारी के अलावा 10 विधायक भाजपा में शामिल हुए थे जिसमें की 8 तृणमूल कांग्रेस के थे।