प्रतीक चौहान. मांढ़र-सिलयारी के बीच रेलवे के किमी क्रमांक 808/3 के पास हुई पटरी चोरी के मामले में आरपीएफ को समलता मिली है. आरपीएफ ने 4 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. लेकिन अब तक आरपीएफ ने तरेसर फाटक के पास गैस कटर से कटी पटरियों को जब्त नहीं किया है. अब सवाल ये है कि इन पटरियों को छोड़कर आरपीएफ किसे बचाने की कोशिश कर रही है ?

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरपीएफ की पूछताछ में पता चला है कि पहले गिरफ्तार हो चुके आरोपी गौरव चतुर्वेदी ने टीम द्वारा की गई कड़ाई से पूछताछ में बताया कि उसने आरोपी देवेन्द्र रणवीर (36) निवासी भिलाई इमली बगीचा, (2) सत्यनारायण केसरवानी उर्फ सतीष पिता संतोष केशरवानी (26), सतीश राम पिता दयाराम उम्र 40 वर्ष पाता स्टोर पारा डम्प चौक पुरैना, वार्ड-38, 04) जय प्रकाश साहू पिता-रुप रामलखन साहू (35) पता-खुर्सीपार जोन 3 मस्जीद राह के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया.

 पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि देवेन्द्र रणवीर उर्फ रीकी एवं जय प्रकाश साहू ने विगत लगभग 10 दिनों पहले गौरव चतुर्वेदी के कहने पर गौरव और अन्य आरोपी नांदधाट स्थित पेट्रोल पंप के पास गये थे वहीं से एक ट्रक क्रमांक CG 16 Y 8522 खड़ी थी जिसे गौरव के बोलने पर चोरी कर मिलाई के इंडस्ट्रियल पार्क के पीछे के हिस्से में खड़ा कर दिये थे.

  गौरव चतुर्वेदी के द्वारा बनाये गये प्लान के तहत 17-18.02.2025 की दरम्यानी रात को गौरव चतुर्वेदी के साथ उसके कहने पर देवेन्द्र रणवीर उर्फ चौकी, सत्य नारायण केशरवानी सतीश राम जय प्रकाश साहू, दीपक तिवारी, गुलशन, चेतन और सुनील सिंह कुल 10 लोग मिलकर ट्रक क्रमांक- CG 10 Y 3322 एवं एक एक्टिवा से सवार होकर भिलाई से मांढर एवं सिलयारी स्टेशनों के मध्य एक सुनसान जगह पर गये. वहीं उन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम दिया.

हालांकि इन आरोपियों से आरपीएफ अभी भी पूछताछ कर और कई खुलासे कर सकती है.