रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय से राज्य में ऑटोमोबाइल, स्टील और सोलर पावर प्लांट की स्थापना के लिए राज्य शासन के उद्योग विभाग और हीरा ग्रुप के मध्य चार एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किए. इन परियोजनाओं में 2 हजार 576 करोड़ रूपए का पूंजी निवेश होगा. इन उद्योगों की स्थापना से लगभग 10 हजार स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा.
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में इस्पात संयंत्र की स्थापना से उद्योगपतियों को बेहतर कीमत मिलेगी. इन उद्योगों की स्थापना से लगभग 10 हजार स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा बस्तर अंचल में छोटे-छोटे उद्योगों की स्थापना के लिए पर्याप्त शासकीय भूमि उपलब्ध है. उद्योगों की स्थापना के लिए आदिवासियों, किसानों एवं निजी जमीन के अधिग्रहण की जरूरत नहीं होगी. उद्योगों की स्थापना से आदिवासियों को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे. इस अवसर पर पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, उद्योग विभाग के संचालक अनिल टुटेजा और हीरा ग्रुप के पदाधिकारी उपस्थित थे.
चारों एमओयू पर राज्य शासन की ओर से उद्योग विभाग के विशेष सचिव व्ही.के. छबलानी और हीरा ग्रुप की ओर से सिद्धार्थ अग्रवाल ने हस्ताक्षर किए. अनुबंध के तहत मेसर्स नैनोआयन बैटरीज प्रायवेट लिमिटेड रायपुर द्वारा ईएमसी सेक्टर-22 नवा रायपुर में लिथियम आयन 50 हजार बैटरी निर्माण संयंत्र की स्थापना के लिए 13.05 करोड़ रूपए का पूंजी निवेश प्रस्तावित है. इससे 110 लोगों को रोजगार दिया जाएगा.
इसी तरह मेसर्स गोदावरी इलेक्ट्रिक प्रायवेट लिमिटेड रायपुर द्वारा ईएमसी सेक्टर-22 नवा रायपुर में विभिन्न प्रकार के 40 हजार इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माण संयंत्र की स्थापना के लिए 17.71 करोड़ का पूंजी निवेश प्रस्तावित है. इससे 148 लोगों को रोजगार मिलेगा. मेसर्स स्पिंग सोलर पावर प्रायवेट रायपुर द्वारा राजनांदगांव जिले में सोलर पावर प्लांट की स्थापना के लिए 245 करोड़ रूपए का पूंजी निवेश प्रस्तावित है, इससे 280 लोगों को रोजगार मिलेगा. मेसर्स गोदावरी पावर एण्ड इस्पात लिमिटेड रायपुर द्वारा रायपुर संभाग में 1400 करोड़ रूपए और बस्तर संभाग में 900 करोड़ रूपए पूंजी निवेश प्रस्तावित है. इस उद्योग से रायपुर संभाग में 6 हजार और बस्तर संभाग में 3 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा.