रवि गोयल, जांजगीर चांपा। जिले के पामगढ़ थाना इलाके के रसौटा गांव में 4 साल की बच्ची की अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. बता दें कि 13 नवंबर को 4 साल की बच्ची निशा की लाश उसके ही घर में बनी डबरी में मिली थी. 

दरअसल मुआवजे की राशि के लालच में आरोपी गेंदराम ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर छोटे भाई की 4 साल की बेटी निशा को मौत के घाट उतार दिया और उसकी मौत को प्राकृतिक मौत दिखाने की कोशिश की. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

बता दें कि पीड़ित चंदराम की 4 साल की बेटी निशा का शव डबरी में मिला, उस वक्त घरवालों ने सोचा कि वो खेलते-खेलते उसमें गिर गई होगी और उसकी मौत हो गई. पुलिस की जांच में बच्ची की मौत डूबने से बताई गई, ताकि सरकार से मुआवजा मिल सके. आरोपी परिवार का मुखिया था और मुआवजे की राशि भी उसे ही मिलती, इसलिए उसने हत्या की साजिश रची.

बहरहाल मौका-ए-वारदात पर आरोपी अमरीका बाई की टूटी हुई चूड़ी और आरोपी गेंदराम की चप्पल ने उनके इस खूनी खेल का पर्दाफाश कर दिया. क्राइम ब्रांच की टीम ने जब जांच की, तो पूरे मामले का खुलासा हो गया. आरोपी ने बताया कि उसने और उसकी पत्नी ने पहले पटक-पटककर निशा की हत्या की कोशिश की, जब बच्ची रोने लगी, तब डबरी में डुबोकर उसे मार दिया.