हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर पुलिस ने 4 ऐसे जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जो पहले वाहनों को किराए पर लेते थे फिर उनके फर्जी कागजात बनाकर उन्हें गिरवी रख देते थे। पुलिस ने आरोपियो से 44 वाहन जब्त किये हैं जिनकी कीमत करीब 5 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

एसपी महेश चंद जैन ने बताया कि इंदौर समेत महू के अलग-अलग थाना क्षेत्र से शिकायत मिली थी कि आरोपी देवेन्द्र ठाकुर कई चार पहिया वाहन 22 से 30 हजार रुपए में किराए से लिया था। एक दो महीने गाड़ी का किराया दिया और उसके बाद पैसा देना बंद कर दिया। आरोपी न तो उन्हें गाड़ी का किराया ही दे रहा था और न ही गाड़ी ही वापस लौटा रहा था।

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श्याम सुनहरे दीपक रघुवंशी और रितेश वर्मा भी इस वारदात में शामिल थे। ये आरोपी लोगों से संपर्क कर उनकी गाड़ियां किराया से लगवाने का झांसा देते थे। कई लोगों को अच्छा किराया दिलाने के नाम पर उनसे गाड़ियां फायनेंस में खरीदवा कर इसी तरह झांसे में ले लेते थे। आरोपी इतने शातिर हैं कि इन गाड़ियों का अपने नाम पर फर्जी कागव बनवाकर अलग-अलग शहरों में गिरवी रख कर फरार हो जाते थे। एसपी ने आरोपियों को पकड़ने वाली टीम को 10 हजार रुपये नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

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