नोएडा . सुपरटेक पर रेरा का 33 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है, जिसकी वसूली के लिए जिला प्रशासन सख्ती करने जा रहा है. एक बार फिर से उनका कार्यालय सील किया जाएगा. इसके अलावा चार और बिल्डर पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. इन पर भी बकाया है.
एसडीएम दादरी आलोक गुप्ता ने बताया कि पूर्व में सुपरटेक द्वारा कुछ पैसा जमा कराया गया था, लेकिन उसके बाद फिर से कुछ नई आरसी आ गई हैं, जिससे वसूली की रकम बढ़ी है. इसकी वसूली के लिए उनकी कंपनी को नोटिस भेजे जा चुके हैं. इसके बावजूद कोई पैसा जमा नहीं हुआ है. इसके चलते वह अब एक बार फिर से सुपरटेक का कार्यालय सील किया जाएगा. इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा जा चुका है और शीघ्र ही सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा महागुन, अंतरीक्ष, जतस्या और ला रेजेडेंशिया बिल्डर के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है.
घर का इंतजार कर रहे हजारों लोगों की चिंता बढ़ी
सुपरटेक के चेयरमैन आर.के अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद 27 हजार घर खरीदारों की चिंता बढ़ गई है. सुपरटेक में विदेशी निवेश की मंजूरी मिलने के बाद इन लोगों को उम्मीद थी कि अगले कुछ समय में उन्हें आशियाना मिल जाएगा, लेकिन अब उन्हें अपने घर का इंतजार और लंबा होता दिख रहा है. सुपरटेक के ग्रेनो वेस्ट के प्रोजेक्ट में निवेश करने वाले मेरठ के रोहित गुप्ता ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2016 में फ्लैट बुक किया था, जिसका लगभग पूरा भुगतान वह कर चुके हैं. उन्हें यह मकान वर्ष 2018-19 तक मिलना था, लेकिन अभी तक भी यह तैयार नहीं है. इस प्रोजेक्ट में उनके तीन और साथियों के मकान फंसे हैं. कुछ ऐसा ही हाल अन्य लोगों का भी है. आर.के अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद सुपरटेक की ओर से कोई भी बयान देने के लिए तैयार नहीं है और कंपनी में बेचैनी बढ़ी हुई है.
फ्लैट खरीदारों ने रजिस्ट्री की मांग उठाई
सुपरटेक का सबसे अहम प्रोजेक्ट सुपरनोवा है. यह एनसीआर की सबसे ऊंची इमारत है. इस प्रोजेक्ट में अपना आशियाना खरीदने वाले 400 से अधिक खरीदारों ने भी रजिस्ट्री की मांग को लेकर प्रदेश सरकार, सुपरटेक और प्राधिकरण को पत्र भेजा है. सुपरनोवा अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी नरेश नंदवानी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में 588 फ्लैट हैं, जिनमें से 465 फ्लैट पर बिल्डर ने कब्जा दे रखा है, लेकिन रजिस्ट्री 50 फ्लैट की भी नहीं हुई है. फ्लैट की रजिस्ट्री कराने के लिए वह लंबे समय से चक्कर लगा रहे हैं.
किस पर कितना बकाया
1. सुपरटेक पर 33 करोड़
2. महागुन पर 7 करोड़
3. ला रेजेडेंशिया पर 2 करोड़
4. अंतरिक्ष पर 3 करोड़ से अधिक का बकाया
5. जेएसएस पर 8 करोड़