संदीप भम्मरकर, भोपाल। जबलपुर के एक अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से 5 मरीजों की मौत हो गई है। जबलपुर में मरीजों की हुई मौत के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों के मामले में मध्यप्रदेश देश के शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है। वहीं राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी दुख जताते हुए कलेक्टरों को ऑक्सीजन सप्लाई का जिम्मा देने के सरकार के फैसले पर एक बार फिर सवाल उठाया है। ट्वीट कर उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा कि मेरा अनुरोध अगर मान लिये होते तो ये मंजर नहीं होता।

पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना पर सरकार पर निशाना साधते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किये। ट्वीट कर उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिकल इमरजेंसी के हालात हैं, ना लोगों को बेड मिल रहा, ना ऑक्सीजन, ना समय पर इलाज और ना दवाईयां।

उन्होंने ट्वीट कर कहा, “देश में ,प्रदेश में मेडिकल इमरजेंसी के हालत है ,ना लोगों को बेड मिल पा रहा है ,ना ऑक्सीजन ,ना समय पर इलाज और ना जीवन रक्षक दवाइयां व इंजेक्शन ? आज भी जबलपुर में ऑक्सीजन की कमी से कुछ लोगों की मौतों की दुखद खबर सामने आई है ? शिवराज सरकार में प्रदेश महिलाओं पर अत्याचार ,किसानों की आत्महत्या ,बेरोजगारी ,भ्रष्टाचार में देश में पहले से ही शीर्ष पर रहा है , अब ऑक्सीजन की कमी से मौतों के मामले में भी प्रदेश देश में शीर्ष पर पहुंच चुका है ?”

उन्होंने आगे ट्वीट कर कहा, ” बड़ा शर्मनाक है कि ऐसे समय जब हाई कोर्ट भी बार-बार निर्देश दे रहा है कि प्रदेश में ऑक्सीजन, इंजेक्शन और बेड की व्यवस्था सरकार तत्काल करे , लोगों को तत्काल उपलब्ध करवाये , जब आवश्यकता है जमीनी स्तर पर इन अव्यवस्थाओं को दूर करने की ,लोगों को समय पर बेड -इलाज -ऑक्सीजन व जीवन रक्षक दवाइयां उपलब्ध कराने की लेकिन ऐसे समय भी सरकार ने जनता को गुमराह करने के लिए एक नया कार्यक्रम “योग से निरोग “ चालू कर दिया है ?कोरोना कर्फ़्यू में भी इसका प्रचार-प्रसार ,होर्डिंग व विज्ञापन का काम चालू हो चुका है ,लाखों- करोड़ों रुपए इस कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार व शुभारंभ के नाम पर उड़ा दिए जाएंगे , आपदा में भी अवसर ? जबकि जरूरत आज प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन, वेंटीलेटर व अन्य सुविधाओं जुटाने व उनकी व्यवस्था करने की है , ग़रीब – माध्यम वर्ग को राहत प्रदान करने की है ?”

कमलनाथ ने कहा, “शिवराज जी ,प्रदेश की जनता ने पिछले 16 वर्षों में आपके कई इस तरह के कार्यक्रम-अभियान- आयोजन देखे हैं और वह उनकी वास्तविकता भी जानती है कि कैसे इन अभियानों- आयोजनो के नाम पर करोड़ों रुपए सरकारी खजाने से लुटाए गए हैं ? यदि उन पैसों से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएँ जुटा ली जाती तो प्रदेश की आज यह स्थिति नहीं होती ? अभी समय अभियानों-कार्यक्रम का नहीं है , मेहरबानी करकर जनता को गुमराह करने वाले इन कार्यक्रमों – अभियानो व इसके प्रचार- प्रसार , शुभारंभ के नाम पर लाखों लुटाने से बचिये ? अभी असली जरूरत लोगों को अस्पतालों में बेड मिले ,इलाज मिले ,ऑक्सीजन मिले ,इंजेक्शन मिले ,उसकी पूर्ति की है , सब छोड़ आप प्रदेश की जनता के हित के लिये अभी उसी पर ध्यान दीजिए ?”

उन्होंने आगे कहा, “प्रदेश में रोज ऑक्सीजन की कमी से मौतों की ,ऑक्सीजन के संकट की ,अस्पताल की दहलीज पर दम तोड़ते मरीजों की ,मुक्तिधामो में वेटिंग की , इलाज के लिये लोगों के भटकने की ,ऑक्सीजन की मारामारी की तस्वीरें सामने आ रही है ,इस पर सबसे पहले ध्यान दीजिए। इस महामारी के खत्म होने के बाद फिर आपके अभियान-कार्यक्रमों की नौटंकी को आप चालू कर देना , अभी तो प्रदेश की जनता को इन अभियानो व इनके नाम पर फ़िज़ूलखर्ची से बख्शिये ।”

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