नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले की पुलिस को लाल आतंक के खिलाफ एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है. एसपी मोहित गर्ग के सामने कुतुल एरिया कमेटी के 5 जनमिलिशिया सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया है. सभी नक्सलियों ने संगठन की खोखली विचारधारा को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटते हुए सरेंडर किया है. ये नक्सली ओरछा थाना क्षेत्र में सक्रिय थे. एसपी ने सभी नक्सलियों को 10-10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी है.

इन नक्सलियों ने किया सरेंडर

  • आत्मसमर्पित नक्सली पायको मण्डावी (22 वर्ष) पायवेर थाना ओरछा का रहने वाला है. साल 2018-2019 में कुतुल पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में शामिल होकर सक्रिय होकर कार्य कर रहा था.
  • गुड्डी ध्रुवा (20 वर्ष) धुरबेड़ा थाना ओरछा का निवासी है, जो कि वर्ष 2016-2017 में धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय था.
  • भीमा कोवाची (40 वर्ष) डेंगलपुट्टी पारा गोमागाल थाना ओरछा का रहने वाला है. साल 2017-2018 में गोमागाल पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय था.
  • बुधू चेरका (48 वर्ष) उसेली थाना ओरछा जिला निवासी है, जो कि वर्ष 2017-2018 में नक्सल आलबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय होकर कार्य कर रहा था.
  • सोनू उसेण्डी (35 वर्ष) निवासी तोके कोंदोड़पारा थाना कोहकामेटा का रहने वाला है. साल 2017-2018 में तोके पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय था.

नक्सली संगठन में करते थे यह काम

ये सरेंडर किए गए नक्सली संगठन में कार्य करने के दौरान नक्सलियों के लिए भोजन की व्यवस्था करना, गांव में अंजान व्यक्तियों के आने पर उनसे पूछताछ कर निगरानी करना, नक्सली साहित्य और पोस्टर पाम्पलेट चिपकाने, ग्रामीणों को नक्सली मीटिंग में उपस्थित होने की सूचना देना का काम करते थे.

इसके अलावा बाजारों से दैनिक उपयोग की सामग्री खरीदकर नक्सलियों तक पहुंचाना, नक्सलियों के गांव में आने पर उनको सुरक्षा देना, क्षेत्र में पुलिस आने की सूचना देना, पुलिस पार्टी की रेकी करना, नक्सलियों के अस्थायी कैम्प में संतरी डियूटी करना, गांव के चारों ओर दिन के समय पेट्रोलिंग करने जैसे कार्य करते थे.

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