पंकज सिंह भदौरिया, दंतेवाड़ा.  5 साल पहले आज के ही दिन जगदपुर और सुकमा के बीच झीरम घाटी में नक्सलियों ने कांग्रेस के काफिल पर हमला बोलकर खूनी खेल खेला था. इस हमले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल, तत्कालिन पीसीसी अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल, महेन्द्र कर्मा समेत 32 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इस हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था. सियासी पार्टी पर इससे बड़ा हमला आजाद भारत में कभी नहीं हुआ जब एख साथ इतने बड़े नेताओं को अपनी जान गंवानी पड़ी हो.

झीरम हमले से सिहर उठा था देश
25 मई 2013 की तस्वीर
झीरम हमले से सिहर उठा था देश

इस हमले की बरसी के मौके पर कांग्रेस उसी झीरम घाटी से एक बार फिर एक यात्रा शुरू करने जा रही है, इस यात्रा का नाम संकल्प यात्रा रखा गया है. इसको लेकर भूपेश बघेल और राष्ट्रीय सचिव अरुण उरांव समेत कई नेता यहां पहुंच चुके हैं. ये नेता महेन्द्र कर्मा के गांव फरसपाल जाएंगे वहां कर्मा की प्रतिमा में माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी जाएगी. कांग्रेस की इस संकल्प यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.