राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के बागी विधायक को रामनिवास रावत को मंत्री पद की शपथ दिलाने के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। वैसे एमपी की सियासत की बात करें तो मध्यप्रदेश में 57 साल पुराना रिकाॅर्ड टूटा है। अर्जुन सिंह के बाद रामनिवास रावत दूसरे नेता है जिन्होंने अकेले ही मंत्री पद की शपथ ली है।
साल 1967 में डीपी मिश्रा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री थे। चुरहट सीट से अर्जुन सिंह विधानसभा का चुनाव हार गए थे। उन्हें प्रजा समाज पार्टी के चंद्र प्रताप तिवारी ने हराया था, तब शहडोल से विधायक से इस्तीफा दिलाकर इस सीट से अर्जुन सिंह को चुनाव लड़वाया गया और अर्जुन सिंह की जीत हुई थी। अर्जुन सिंह पहले नेता थे जिन्होंने अकेले मंत्री पद की शपथ ली थी। राज्यपाल क्यासम्बिल चेंगलराव रेड्डी ने अर्जुन सिंह को अकेले मंत्री पद की शपथ दिलाई थी। विधानसभा चुनाव के चार महीने बाद मंत्रिमंडल में शामिल हुए और अर्जुन सिंह फिर से कृषि मंत्री बने थे।
कांग्रेस ने की निर्वाचन आयोग से शिकायत
रामनिवास रावत के शपथ लेने के बाद कांग्रेस की निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। कांग्रेस का आरोप है कि अमरवाड़ा चुनाव को प्रभावित करने के लिए शपथ दिलाई गई है। मतदान के दो दिन पहले चुनाव को प्रभावित करने के लिए ऐसा किया गया। रामनिवास रावत को मंत्रिमंडल में शामिल कर संदेश दिया गया कि- कमलेश शाह को भी जिताए जनता तो मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। रामनिवास रावत आए थे कांग्रेस से बीजेपी में और मंत्री बनाया है। बीजेपी के खिलाफ आचार संहिता के तहत मामला दर्ज किया जाए।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक