रायपुर। जनता अपनी समस्याओं के समाधान को लेकर मुख्यमंत्री के पास इसलिए जाती है ताकि उसका समाधान हो जाए. लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जो अपनी समस्या को लेकर मुख्यमंत्री से एक-दो बार नहीं बल्कि 62 बार मिल चुका है लेकिन आज तक उसकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है.
ये शख्स बिलासपुर का रहने वाला पुरुषोत्तम सिंह है जो चार साल से लगातार मुख्यमंत्री निवास के चक्कर काट रहा है. उसका कहना है कि उसकी 62 बार मुख्यमंत्री से मुलाकात हुयी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. मिला तो बस आश्वासन, मिली तो बस तारीखें.
आखिर पुरुषोत्तम सिंह की वो क्या समस्या है जिसका समाधान मुख्यमंत्री के पास भी नहीं है. दरअसल पुरुषोत्तम के पिता बिलासपुर नगर निगम में सफाई कर्मचारी थे. उनके पिता की 2005 में मौत हो गयी थी. जिसके बाद पुरुषोत्तम पर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मां के पालन-पोषण की पूरी ज़िम्मेदारी आ गई.
चूंकि पुरुषोत्तम के पिता की मौत नौकरी के दौरान हुई इसलिए पुरुषोत्तम ने अपने पिता की जगह अनुकम्पा नियुक्ति की मांग की. इसे लेकर वो नगर निगम के अधिकारियों से मिला. फिर जिले के आला अफसरान से मिला. एक बार नहीं कई बार मिला. लेकिन जब उसका हक़ नहीं मिला. तो उसने मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह से मुलाकात की.
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने उसे आश्वासन दिया कि उसकी नियुक्ति हो जाएगी. लेकिन उसके बाद भी उसका काम नहीं हुआ. इसे लेकर पुरुषोत्तम ने कई दफा मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश भी दिए लेकिन फिर भी उसकी नियुक्ति नहीं हुई. पिछले चार साल से ये सिलसिला लगातार चल रहा है. पुरुषोत्तम मुख्यमंत्री से मिलता है और रमन सिंह अधिकारियों को फटकार लगाते हैं. काम न होने पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हैं लेकिन पुरुषोत्तम का काम नहीं होता. पुरुषोत्तम फिर से नई तारीख पर मुख्यमंत्री से मिलने चला जाता है.