रायपुर। रेल प्रशासन की यात्रियों को सुरक्षा देने का दावा राजधानी एक्सप्रेस में पूरी तरह दम तोड़ता हुआ नज़र आ रहा है. ये हम नहीं कह रहे बल्कि राजधानी एक्सप्रेस के एसी 2 बोगी में दिल्ली से रायपुर का सफर करने वाली महिला यात्री ऋचा शुक्ला के साथ हुई घटना बता रही है. जिसकी शिकायत रायपुर रेलवे के साथ नागपुर रेलवे पुलिस के अधिकारियों से किए जाने के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी रेलवे पुलिस के हाथ अब तक खाली है. इस बात को लेकर महिला काफी परेशान है और ज़रूरत पड़ने पर अनशन पर बैठने की बात भी उन्होंने कही है.
दरअसल महिला रायपुर के राजा तालाब की रहने वाली है. बीते 24 सितम्बर को अपने छोटे बच्चे को लेकर दिल्ली से रायपुर आ रही महिला के साथ राजधानी एक्सप्रेस के एसी 2 कोच में 7 लाख के ज्वेलरी और 80 हजार कैश चोरी होने का मामला सामने आया था.
इसकी शिकायत उन्होंने रायपुर रेलवे पुलिस में दर्ज कराई थी. यही नहीं उन्होंने घटना के बाद एक जागरूक यात्री की तरह न केवल संदिग्ध वेंडर को अकेले पकड़ कर रेलवे पुलिस के हवाले किया था, बल्कि उन्होंने सुरक्षा के सभी पहलुओं पर भी सवाल खड़ा करते हुए ट्रेन में मौजूद टीटीई, वेंडरों और ट्रेन में मौजूद सुरक्षा कर्मियों से मदद मांगने पर भी मदद नहीं करने की बात कही. इसको लेकर महिला ने सबूत के तौर पर एक वीडियो भी बनाया था, जिसमें वे वेंडरों से उनके रजिस्ट्रेशन आदि की जानकारी लेती नज़र आ रही थी.
उन्होंने सभी के साथ आरोपियों की मिली भगत का भी आरोप लगाया है. ऐसे में सवाल यही पैदा होता है कि ट्रेन में फ्लाइट का किराया देने के बाद भी न तो उन्हें सुविधा मिल पा रही है और न ही सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए है. बात यही ख़त्म नहीं होती, यात्रियों के साथ बार-बार हो रही चोरी की घटनाओं को रोक पाना तो दूर चोरों को पकड़ पाने में भी पुलिस नाकाम साबित हुई है.