भरतपुर. राजस्थान के भरतपुर में सात लोग फिल्म अभिनेता गोविंदा के नाम पर ठगी के शिकार हो गए। बड़ी बात ये है जिन लोगों से ठगी हुई है उसमें पूर्व विधायक भी शामिल है। ठगों ने फिल्म अभिनेता गोविंदा का कार्यक्रम दिखाने के साथ हवाई सैर कराकर गोवा घुमाने की बात कहकर सात लोगों से 5 लाख 35 हजार रुपए ठग लिए। जघीना रोड स्थित ओम कॉम्पलेक्स के मालिक अनुराग गर्ग ने कुछ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज कराया है।

कार्यक्रम का दिया झांसा
पुलिस ने बताया कि अनुराग गर्ग पुत्र ओमप्रकाश गर्ग ने बताया कि सन्नी सेंडी, धु्रव स्टीफान, निशि स्टीफन तथा धु्रव राघव जी-टाउन कम्पनी का हैड ऑफ सेल्स एण्ड मार्केटिंग जील एंटरप्राइजेज नाम से कम्पनी सोहना रोड गुडग़ांव (हरियाणा) में संचालित करते हैं। इनकी ओर से विज्ञापन प्रसारित किया गया कि वह गोवा में 14 नवम्बर 2021 को बॉलीवुड कलाकार गोविन्दा एवं अन्य कलाकारों का कार्यक्रम प्रायोजित कर रहे हैं।

फाइव स्टार होटल का दिखाया सपना
इसके लिए 12 से 15 नवम्बर 2021 तक की अवधि के लिए अवार्ड कार्यक्रम देखने वाले लोगों की हवाई यात्रा टिकट, चार दिन तक फाइव स्टार होटल में रुकने तथा खाने-पीने की सभी जिम्मेदारी आरोपी करेंगे। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों को आरोपी को खर्चा देना होगा। पीडि़त अनुराग गर्ग, संतोष खण्डेलवाल, दीनदयाल सिंघल, सत्येन्द्र सिंह, सुशांत सिंघल, पुष्पेन्द्र सिंह व पूर्व विधायक बच्चू सिंह बंशीवाल ने आरोपियों से फोन पर संपर्क किया। इसके बाद भरतपुर में कार्यक्रम तय कर आरोपियों ने पीडि़त से अवार्ड कार्यक्रम के लिए 5 लाख 35 हजार रुपए जमा कराने को कहा। पीडि़त सहित सभी व्यक्तियों ने आरोपियों के बताए बैंक खाता जील एंटरप्राइजेज के बैंक ऑफ इंडिया के खाता संख्या में जुलाई 2021 से माह नवम्बर तक विभिन्न तारीखों में पैसे जमा कराए तथा आरोपी निशा स्टीफन के फोन-पे नंबर पर जमा कराए। कुल 5 लाख 35 हजार रुपए जमा कराए गए।

पैसे नहीं लौटाए
अवार्ड कार्यक्रम में पीडि़त के साथ अन्य लोगों को हवाई यात्रा से गोवा जाना था। यहां पांच सितारा होटल में रुकना था, लेकिन आरोपियों ने बिना सूचना के ही कार्यक्रम रद्द कर दिया। इसके बाद सभी लोगों ने आरोपियों से निर्धारित तिथि में भिजवाने और गोवा घुमाने की व्यवस्था करने को कहा, लेकिन आरोपियों ने इसके लिए कोई इंतजाम नहीं किया और न ही राशि लौटाई। आरोपियों ने लगातार फोन पर संपर्क कर जमा राशि को लौटाने की बात कही, लेकिन आरोपियों ने राशि हड़पने की नीयत से पैसे नहीं लौटाए।