नोएडा . सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन आरके अरोड़ा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने इस बिल्डर ग्रुप की आठ कंपनियों और एक महिला अधिकारी को समन जारी किया है. अगली सुनवाई 30 अक्तूबर को होगी.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 27 जून को सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा को गिरफ्तार किया था. वह फिलहाल जेल में हैं. ईडी ने जांच के बाद उनके खिलाफ 100 पेज की चार्जशीट अदालत में दाखिल की थी. अदालत ने चार्जशीट का संज्ञान लेकर मामले में सुनवाई के लिए 30 अक्तूबर की तिथि तय की है. इस दिन अरोड़ा के साथ ही बिल्डर ग्रुप से जुड़ी आठ कंपनियों और एक महिला अधिकारी को भी बुलाया गया है. ईडी के रिकॉर्ड के अनुसार सुपरटेक ने 670 खरीदारों से करीब 164 करोड़ रुपये लिए, लेकिन यह रकम संबंधित प्रोजेक्ट में न लगाकर दूसरी कंपनियों में लगा दी.

फिर याचिका दायर होगी

सुपरटेक के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में उनके चेयरमैन के साथ गलत हो रहा है और उनकी रिहाई के लिए ग्रुप की ओर से फिर से न्यायालय में जमानत याचिका दायर की जाएगी. अदालत में अपना पक्ष रखकर सारी स्थिति से अवगत कराया जाएगा. उन्हें उम्मीद है कि ग्रुप के चेयरमैन आरके अरोड़ा की शीघ्र रिहाई होगी.

अलग-अलग राज्यों में 26 मुकदमे दर्ज

फ्लैट खरीदारों और अन्य लोगों द्वारा वर्ष 2017 से 2023 तक उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में आर.के अरोड़ा के खिलाफ 26 केस दर्ज कराए गए हैं. ईडी ने इन सभी मामलों को भी अपनी जांच में शामिल किया है.

आरके अरोड़ा, सुपरटेक लिमिटेड, नेहा तलरेजा, सर्व रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड, एएसपी सरीन रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड, पलाश बिल्डिंग सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, गुडटाइम बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड, दामोदर बिल्ड इंजीनियर प्राइवेट लिमिटेड, दूनवैली टेक्नोपोलिस और आर.के अरोडा फैमिली ट्रस्ट.