आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। पिछले करीब एक दशक से ओडिशा, छत्तीसगढ़ व आंध्र प्रदेश पुलिस के लिए सिरदर्द बना कैडर नक्सली किशोर उर्फ मासा कबासी को सुरक्षा बल के जवानों ने मुठभेड़ में मार गिराया। 8 लाख रुपये के इस इनामी नक्सली को गुरुवार को ओडिशा के मलकानगिरी जिला के उत्तर स्वाभिमान अंचल अंतर्गत टोटागुडा जंगल में सुरक्षा बल की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। मुठभेड़ में एक और नक्सली लैकान उर्फ लक्ष्मण गलारी घायल हो गया। उसे प्राथमिक चिकित्सा के बाद हिरासत में लिया गया है। मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बल के जवानों ने घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार आदि जब्त किए हैं।
ओडिशा के आइजी ऑपरेशन अमिताभ ठाकुर व मलकानगिरी जिला पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश खिलारी के अनुसार, उत्तर स्वाभिमान अंचल के जंत्री ग्राम पंचायत के आसपास नक्सली गतिविधि की सूचना मिलने के बाद पुलिस के एसओजी-डीवीएफ के जवानों समेत बीएसएफ और आंध्रप्रदेश के ग्रेहाउंड की संयुक्त तलाशी अभियान शुरू की गई।
सुरक्षा बल के जवान जब टोटागुडा जंगल में तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बल के जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू की, जिसमें एक नक्सली मारा गया और दूसरा घायल हो गया। मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से मिले कैडर नक्सली के शव की पहचान किशोर उर्फ मासा कबासी के रूप में की गई। किशोर उर्फ मासा छत्तीसगढ़ के बस्तर जिला के चंद्रमेट्टा गांव का था। वह 2007 में सीपीआइ (माओवादी) संगठन में शामिल हुआ था। तब से लेकर अब तक उसके खिलाफ हिंसा के दर्जनों मामले दर्ज हैं, जिनमें सुरक्षा बल के जवानों पर हमले और निरीह ग्रामीणों की हत्या के मामले भी शामिल हैं। उस पर सरकार ने आठ लाख रुपये का इनाम भी रखा था। वर्तमान किशोर उर्फ मासा आंध्र-ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोनल कमेटी का मिलिट्री प्लाटून का नेतृत्व कर रहा था। मुठभेड़ में घायल नक्सली की पहचान लैकान उर्फ लक्ष्मण गलारी के रूप में की गई है। उसे मलकानगिरी जिला के जोडांब थाना क्षेत्र का बताया गया है।