चंडीगढ़. रेलवे की तरफ से धुंध और कोहरे से निपटने के लिए पटाखों का सहारा लिया जाएगा। हालांकि रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चंडीगढ़ से चलने वाली 8 ट्रेनों को रद्द कर दिया है।

ऐसे में वह दूर बना रहे हैं तो पहले ट्रेनों की स्थिति जांच लें। अधिकारियों का कहना है कि धुंध और कोहरे के दौरान फॉग सेफ्टी डिवाइज का प्रयोग किया जाएगा, लेकिन जिन क्षेत्रों में विजिबिलटी शून्य होगी, वहां स्टेशन से करीब 3 किलोमीटर पहले पटाखे जलाए जाएंगे, ताकि लोको पायलट को पता लग सके कि स्टेशन आने वाला है।

सूत्रों के अनुसार चंडीगढ़ लोको पायलट के पास करीब 14 फॉग सेफ्टी डिवाइज हैं। जानकारी के अनुसार एक डिवाइस का मूल्य 1 लाख रुपए से अधिक है। ऐसे में सोच सकते हैं कि रेलवे द्वारा लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी पटाखों पर निर्भर रहना पड़ेगा।

कोहरे के चलते दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसके चलते लोको पायलट धीरे-धीरे ट्रेन चलाने को मजबूर होते हैं। इतनी सावधानी के बावजूद सिग्नल न दिख पाने के कारण दुर्घटनाएं हो जाती हैं। इन्हें रोकने के लिए रेलवे इस बार जी.पी.एस. आधारित ऐसे डिवाइस का प्रयोग करने जा रहा है, जिसके जरिए लोको पायलट को 400 मीटर पहले यह पता चल जाएगा कि आगे सिग्नल है। इससे वह ट्रेन की रफ्तार पर नियंत्रण और आगे का संकेत मिलने के मुताबिक बढ़ेगा।

इन ट्रेनों को 29 फरवरी तक घोषित किया रद्द

  • चंडीगढ़-अमृतसर ( 12241) पहली दिसम्बर से 29 फरवरी तक अमृतसर चंडीगढ़ (12242) 2 दिसम्बर से पहली मार्च तक।
  • चंडीगढ़ -प्रयागराज ( 14218) पहली दिसम्बर से 29 फरवरी तक।
  • प्रयागराज-चंडीगढ़ (14217) 2 दिसम्बर से पहली मार्च तक।
  • चंडीगढ़ फिरोजपुर (14629 ) पहली दिसम्बर से 29 फरवरी तक। फिरोजपुर-चंडीगढ़ (14630) पहली दिसम्बर से 29 फरवरी तक।
  • चंडीगढ़-कालका कटरा (14503) पहली दिसम्बर से 27 फरवरी तक।
  • कटरा से चंडीगढ़ (14504) पहली दिसम्बर से 24 फरवरी तक। कालका -साई नगर शिर्डी (22456) 3 दिसम्बर से 29 फरवरी तक।
  • साई नगर शिर्डी-कालका (22455) 5 दिसम्बर से 2 मार्च तक ।