यमन की राजधानी सना में मची भगदड़ में कम से कम 85 लोगों की मौत हो गई, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गए. 13 की स्थिति काफी गंभीर है. हूती विद्रोहियों के आधिकारिक मीडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी. हूती नियंत्रित आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि मुसलमानों के पवित्र महीने रमजान के अंतिम दिनों में व्यापारियों द्वारा जकात बांटने के दौरान भगदड़ मचने से यह हादसा हुआ है.

यमन मीडिया के मुताबिक, अभी यह पता नहीं चल पाया है कि हादसे के वक्त कितने लोग मौजूद थे. जिस जगह आर्थिक सहायता दी जा रही थी वह छोटी सी सड़क थी. करीब 2 किमी तक लंबी लाइन थी. जगह-जगह आर्थिक सहायता दी जा रही थी, इसलिए लोग पहले पहुंचने की जल्दी में थे. वायरल फोटो और वीडियोज में देखा जा सकता है कि लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे.

सोशल मीडिया पर इस हादसे से जुड़े कई वीडियो भी डाले गए हैं, जिसमें एक बड़े परिसर के अंदर जमीन पर पड़ी लाशें देखी जा सकती है और आसपास एकत्र लोग चिल्ला रहे हैं. हालांकि इसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं जा सकी है कि ये वीडियो इसी हादसे से जुड़े हैं.

क्या होता है जकात?

जकात एक तरह का धर्मार्थ दान होता है. प्रत्येक सक्षम मुस्लिम के लिए हर साल अपनी कुल जमा संपत्ति में से ढाई फीसद हिस्सा बतौर जकात गरीबों में बांटना फर्ज होता है. समाचार एजेंसी ने बताया कि इस जकात के एक स्कूल में सैकड़ों लोग जमा हो गए थे. यहां हर व्यक्ति को 5,000 यमनी रियाल या भारतीय मुद्रा में कहें तो लगभग 1500 रुपये मिलने वाले थे.