पुरषोत्तम पात्र गरियाबंद जिला गरियाबंद में अब तक 92 गांवों में पुलिस सखी का गठन हो चुका है. भीतरी क्षेत्रों में भी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. आज के कार्यक्रम से गांवों की संख्या 97 हो गई है. यह जानकारी ग्राम पीपरछेड़ी में आयोजित पुलिसिंग सामुदायिक कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक एमआर अहिरे ने दी. उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं, पुरुषों व बच्चों को पुलिस सखी, रोड सेप्टी, ई पहरी, चेतना के संबंध में कंप्यूटर प्रोजेक्टर के माध्यम से जागरूक किया. इसके साथ ही ग्रामीणों को बालक एवं बालिकाओं पर हो रहे अपराध से संबंधित जानकारी दी गई.
पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को जुआ, सट्टा एव बालक-बालिका के अपराध, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की जानकारी दी गई. तथा स्त्री-पुरुष की समानता, शिक्षा में समानता, आजीविका में समानता के अधिकार तथा पुरुषों द्वारा आदर एवं सम्मान देने के संबंध में महिलाओं को उनके कानूनी अधिकार से अवगत कराया गया. तथा पुलिस सखी के महत्व के बारे में बताते हुए सामुदायिक पुलिसिंग के बारे में भी दिशा-निर्देश दिया गया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा पांडेय ने कहा कि बालक-बालिका से संबंधित अपराध, वर्तमान परिवेश में निरंतर बढ़ते जा रहा है. सदैव सर्तक व जागरूक रहने की आवश्यकता है. जिसके जिला स्तर पर पुलिस सखी सेंटर का संचालन किया जा रहा है. इसी प्रकार घरेलू हिंसा, छेड़छाड़, दहेज प्रथा तथा कार्यस्थल पर महिलाओं का लैगिंग शोषण, सती प्रथा, आईटी एक्ट के संबंध में विस्तृत जानकारी दिया. कार्यक्रम में बच्चों ने चेतना से संबंधित व गुड टच, बेड टच से संबंधित प्रश्न पूछे गए. इस प्रश्न पर पुलिस अधीक्षक ने बच्चों को पुरस्कृत किया.
इस कार्यक्रम में ग्राम पीपरछेड़ी, डूमरबाहरा, लोहारी, मौहांभाठा, लिटीपारा के 200 ग्रामीण शामिल हुए. जिसमें पुलिस सखी के 50 महिला सदस्यों को नीली टोपी व साड़ी तथा प्रत्येक समूह में 1-1 किसान टार्च देकर सम्मानित किया. स्कूली बच्चों को व्हालीबॉल व क्रिकेट किट का वितरण किया. कार्यक्रम का संचालन उप निरीक्षक निधी साहू ने किया.