कोरबा. जिले में लोन दिलाने के नाम पर बड़ी ठगी करने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार महेंद्र कुमार साहू ने प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था. उसी आवेदन के आधार पर आरोपियों ने फर्जी अधिकारी बनकर कॉल कर प्रार्थी से 97 लाख रुपए से अधिक की रकम की ठगी कर ली. ठगी करने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि महेंद्र कुमार साहू ने प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था. उसी के आधार पर जय किशन नामक व्यक्ति ने फर्जी अधिकारी बनकर कॉल किया. आरोपी ने कॉल करके 15 लाख रुपए लोन मंजूर हो जाने की जानकारी देकर प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 80 हजार रुपए की डिमांड की. जिसके बाद प्रार्थी ने रकम ट्रांसफर कर दिया. साथ ही रकम ट्रांसफर के नाम 70 हजार रुपए की मांग की थी. प्रार्थी बहकावे में आकर रकम ट्रांसफर करते गया.
इतना ही नहीं इसके बाद अनिल दत्त नामक व्यक्ति ने फर्जी अधिकारी बनकर दूसरे मोबाइल से फोन कर 5% जीएसटी और एनओसी के लिए 29 हजार 432 रुपए जमा करने कहा. जिसके बाद प्रार्थी को शंका हुई और उसने लोन निरस्त करवा दिया. फिर सुनील ने प्रार्थी से फोन कर कहा कि आपका लोन 30 लाख रुपए मंजूर हो गया है. जिसे ले लीजिए नहीं तो आपने अभी तक जितना पैसा दिया है वापस नहीं होगा. प्रार्थी महेंद्र इनकी बातों में आकर अलग-अलग किस्तों में 97 लाख 29 हजार 256 रुपए अलग-अलग खातों में जमा करवा दिए.
हालांकि जब प्रार्थी को लोन की रकम नहीं मिली तो उसे शंका हुई तो उसने दर्री थाने में मामला दर्ज करवाया. जिसके बाद पुलिस अधीक्षक भोज राम पटेल ने मामले को गंभीरता से लेकर जांच के आदेश दिए. जांच में जुटी पुलिस की टीम को जानकारी मिली कि दोनों आरोपी दिल्ली में हैं. जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपी नितिन कुमार और विजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर न्यायालय में पेश किया गया.
जानकारी के अनुसार पुलिस ने आरोपियों के पास से 1 लाख 30 हजार रुपए के साथ मोबाइल, लैपटॉप, फर्जी खाते और सिम कार्ड जब्त किया है. उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी पौरुष पुर्रे, निरीक्षक अनिल पटेल, उप निरी कृष्णा साहू, विरकेश्वर सिंह, प्रशांत सिंह, योगेश राजपूत, वीरेंद्र पटेल, विकास कोसले और गोपाल यादव की अहम भूमिका रही.