रायपुर-  ‘ निकलेंगे नहीं तो क्या घर बैठे रहेंगे उन्हें भी तो निकलता है’ – ये तल्ख टिप्पणी हैं, सूबे के मुखिया डाॅ.रमन सिंह की. ये टिप्पणी की गई है, कांग्रेस के जनसंवाद अभियान को लेकर. दरअसल छत्तीसगढ़ में बीजेपी के संपर्क फाॅर समर्थन का जवाब कांग्रेस ने जनसंपर्क अभियान के जरिए देना मुनासिब समझा है. कांग्रेस का 11 दिनों तक चलने वाले इस अभियान का आगाज आज पार्टी के तमाम आला नेताओं की मौजूदगी में किया गया. नेता सड़कों पर उतरकर अलग-अलग वर्गों से मुलाकात की. कांग्रेस के पक्ष में जनसमर्थन भी जुटाया.

कांग्रेसी नेताओं ने इस अभियान की शुरूआत रायपुर के जवाहर नगर स्थित राधाकृष्ण मंदिर से की. पूजा-पाठ के साथ ही पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने शंख बजाकर ही इस अभियान का शंखनाद किया. भूपेश का शंख बजाना भी चुनावी दंगल में संगठन को जी-जान से जुट जाने का संदेश देता नजर आया. ढोल-नगाड़ों की थाप के बीच नेता सड़कों पर चलते रहे, जहां जो मिला, न केवल मुलाकात की, बल्कि कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कवायद भी की. कांग्रेस नेताओं की दलील है कि बीजेपी नेता संपर्क फाॅर समर्थन अभियान के तहत केवल नामचीन शख्सियतों से मुलाकात कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस अपने इस अभियान में सरकार की विफलताओं से लेकर मंत्रियों का पोल भी खोलेगी.
जनसंवाद कार्यक्रम के तहत कांग्रेस वार्डों में रहने वाले प्रतिभावान बच्चों के साथ-साथ महिलाओं और कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े बुजुर्गों को सम्मान भी करेगी. 11 दिन तक चलने वाले जनसंवाद कार्यक्रम का समापन 11 अगस्त को किया जाएगा. इस दिन हरेली उत्सव मनाते हुए संगठन के विधायक, प्रदेश पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी प्रदेश के गांव-गांव में जाकर दौरा करेंगे.
मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कांग्रेस की इस चुनावी कवायद पर ही टिप्पणी करते हुए कहा-
 
‘ निकलेंगे नहीं तो क्या घर बैठे रहेंगे उन्हें भी तो निकलता है