रायपुर. जिला गोरखपुर जहां योगी आदित्यनाथ का डंका बजता है. लेकिन ‘जिला गोरखपुर’ जो कि एक फिल्म का भी नाम है, इस फिल्म के पोस्टर में  कथित रुप से भगवा कपड़े पहने योगी आदित्यनाथ की ही तरह दिखने वाले एक व्यक्ति की पीठ दिखाई गई है, जिसमें वह पिस्टल पकड़े हुए दिख रहा है. योगी महंत रहते और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी बतौर गौ सेवक के रुप में ज्यादा जाने जाते है, इसलिए इस फिल्म के पोस्ट में गाय भी दिख रही है. लेकिन योगी आदित्यनाथ की बायोपिक बनाने वाले डायरेक्टर विनोद तिवारी अब फंसते हुए नजर आ रहे है.

तीन दिन पहले ही शनिवार को फिल्म की टीम ने ‘जिला गोरखपुर (Jila Gorakhpur)’ का पोस्टर रिलीज किया गया था. इसके बाद फिल्म को लेकर जबरदस्त रिएक्शन आया. पोस्टर के रिलीज होते ही ये बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी कि ‘जिला गोरखपुर’ योगी आदित्यनाथ की बायोपिक है. इस पोस्टर में जैसे योगी आदित्य नाथ को दर्शाने की कोशिश की गई है उससे बवाल तो मचना ही था.

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उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता आईपी सिंह ने ट्वीटर के जरिये ये फिल्म रिलीज नहीं होने देने की चेतावनी दे डाली. आईपी सिंह ने लिखा है कि ‘यह न सिर्फ @myogiadityanath जी की छवि को खंडित करने का, बल्कि पूरी हिन्दू सभ्यता और नाथ-सम्प्रदाय को कलंकित करने का भी प्रयास है, मैं निर्माताओं को खुली चुनौती देता हूं कि अगर हिम्मत है तो यह फिल्म रिलीज़ कर के दिखाएं. सस्ती लोकप्रियता के लिए ऐसी नीचता बर्दाश्त नहीं की जाएगी’.

https://twitter.com/ipsinghbjp/status/1023577412158648323

इतना ही नहीं आईपी सिंह ने फिल्म निर्माता विनोद तिवारी को ट्वीट करके लिखा है ‘विनोद जी यह फिल्म तो रिलीज़ नहीं होने दी जाएगी, चंद पैसों के लिए एजेंडा चलाते-चलाते फिल्म निर्माता लिमिट क्रॉस कर जान-बूझकर समाज में उपद्रव फैलाने और लोगों का बांटने का काम कर रहे हैं, इस फिल्म के निर्माताओं को फंडिंग कहां से मिली, इसकी जांच कराई जाए.’ उनका आरोप ये है कि फिल्म में यूपी के सीएम की गलत तस्वीर पेश की गई है और उन्होंने फिल्म निर्माता निर्देशक के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी.

https://twitter.com/ipsinghbjp/status/1023889681551773696

विवाद बढ़ता देख विनोद तिवारी भी पीछे हट गए और अपने ट्वीटर अकाउंट में लिखा कि वे अब फिल्म का प्रोजेक्ट बंद कर रहे है और इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीटर के माध्यम से दी.

https://twitter.com/vinod_tiwari5/status/1023638283362947072

ये है विनोद तिवारी

 यहां से शुरु हुआ एक और नया विवाद

फिल्म के प्रोजेक्ट बंद होने तक तो सब कुछ ठीक चल रहा है. लेकिन इस प्रोजेक्ट के बंद होने की खबर चलने के बाद से एक और नया विवाद शुरु हो गया. एक नेश्नल चैनेल ने फिल्म जिला गोरखपुर के निर्माता निर्देशक मुंबई निवासी विनोद तिवारी से फोन में बातचीत की. यह खबर भी चली, लेकिन बातचीत के दौरान जो फोटो दर्शकों को दिखाई गई वह जोगी कांग्रेस के नेता विनोद तिवारी की थी. बस इसके बाद से छत्तीसगढ़ में भी बवाल मच गया.

विनोद तिवारी को लोग सोशल मीडिया और फोन कर योगी पर फिल्म न बनाने की धमकी दे रहे है. विनोद तिवारी का दावा है कि पिछले 24 घंटे में उन्हें 200 से ज्यादा फोन कॉल्स आ चुके है, जिसमें वे सभी को यह सफाई दे रहे है कि वे फिल्म बनाने वाले विनोद तिवारी नहीं है. उन्होंने कहा कि यह एक नेशनल चैनल की बहुत बड़ी गलती है, जिससे उनकी छवि खराब हो रही है.