नई दिल्ली. सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्ष राष्ट्रीय राजधानी आ रहे हैं. ऐसे में राष्ट्राध्यक्षों के जीवनसाथियों को ऐतिहासिक जयपुर हाउस में दोपहर का भोज दिया जाएगा. इसको लेकर जयपुर हाउस में विशेष तैयारियां चल रही है.
सूत्रों ने बताया कि मेहमानों की थाली में बाजरे से बने व्यंजन भी परोसे जाएंगे. योजना के अनुसार जयपुर हाउस में दोपहर के भोजन से पहले राष्ट्राध्यक्षों के जीवनसाथी बाजरे की खेती के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पूसा परिसर का दौरा करेंगे. ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष (आईवाईएम) के रूप में मनाने का प्रस्ताव पेश किया था, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया था. मोदी ने कहा था कि उनका दृष्टिकोण आईवाईएम 2023 को जन आंदोलन बनाने और भारत को बाजरे का वैश्विक केंद्रह्ण बनाने का है. कृषि मंत्रालय ने भी कहा था कि वर्तमान में 130 से अधिक देशों में बाजरे की खेती की जाती है और यह अफ्रीका तथा एशिया के 50 करोड़ से अधिक लोगों के पारंपरिक भोजन में शामिल है. ऐसे में जी-20 के दौरान मेहमानों, राष्ट्राध्यक्षों की जीवनसाथियों को बाजरे से बनने वाले तमाम व्यंजन परोसे जाने की योजना है.