रायपुर. गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहें हितग्राहियों में संचार क्रांति योजना के अंतर्गत निःशुल्क स्मार्ट फोन प्राप्त करने विशेष उत्साह दिखाई दे रहा है। समाज में अपनी आर्थिक अभावों के बीच अपने जीवन को संवारने में जुटे असंख्य परिवार इस मोबाइल के जरिए बदलाव के एक नये सोच के साथ शिविर स्थल पर पहुँच रहे हैं। नगर निगम क्षेत्र के सभी 8 जोन में स्मार्ट फोन वितरण का कार्य प्रगति पर है। मोबाइल वितरण के आज सातवें दिन भी सभी जोन में हितग्राही बड़ी संख्या में पहुंचे।

वार्ड क्र. 4 के 50 वर्षीय दुलाल नायक लकवा से पीड़ित है और पूरी तरह से दूसरों पर निर्भर है। इनके दो बेटें है जो काम करके घर का खर्चा उठाते है। दुलाल स्काई योेजना के तहत मिले मोबाइल को लेकर इस बात से खुश है कि अब जरुरत पड़ने पर वह मदद के लिए अपने बेटों को बुला सकेंगे। वह कहते है कि घर का सारा खर्च बच्चें उठा रहे है, ऐसे में बेटों से नये मोबाइल की मांग करना सही नही लगता था। सरकार ने इस मोबाइल के जरिए उसके जैसे हजारों वृद्धों को एक ऐसा सहारा दे दिया है कि वे अपने बच्चों पर बिना कोई आर्थिक बोझ दिए सहायता के लिए सीधे संपर्क कर सकेंगें। वो कहते है कि अपने इलाज के लिए उन्हें हमेशा उडी़सा जाना पड़ता है, अब वह अपने बच्चों से इस मोबाइल के जरिए संपर्क कर अपना हाल-चाल भी आसानी से बता सकेंगे। दुलाल को नगर निगम अधिकारियों ने आटो रिक्शा में ही मोबाइल प्रदान किया।

वार्ड 46 की 38 वर्षीय राधा साही की चार बेटियां है, कुछ साल पहले एक दुर्घटना में अपने पति को खो चुकी राधा अपनी बेटियों को पढ़ा लिखाकर एक अच्छा मुकाम दिलाना चाहती है। एक माली के तौर पर अपनी जीविका चला रही राधा स्काई मोबाइल पाकर बहुत खुश है। उसकी इच्छा है कि उनकी बेटियां इस मोबाइल के जरिए पूरी दुनियां को जानें, समझें और अपना भविष्य संवारने इसका पूरा उपयोग करें। वो कहती है कि इस मोबाइल से पौधों के ग्राहक भी आसानी से संपर्क में रहेंगे और शहर में फूलों की खुशबू बिखेरनें का उसका प्रयास अब और आसान होगा, जिससे उसकी आमदनी भी बढ़ेगी।

शिविर स्थल में हितग्राहियों के चेहरे की खुशी देखकर ही यह पता चलता है कि वे मोबाइल पाकर कितना खुश हैै। युवाओं के साथ-साथ बुजुर्ग हितग्राहियों में भी स्वयं के मोबाइल होने का गर्व स्पष्ट झलक रहा है। जोन क्र. 4, वार्ड 46 निवासी सैतालिस वर्षीय कृष्णा यादव बताते है कि वो मजदूरी का काम करते है और पति-पत्नी दोनों साथ रहते है और काम में एक दूसरे की सहायता करते है। उनके दो बेटें है लेकिन दोनो अपने-अपने परिवारों के साथ अलग रहते है। मोबाइल मिलने से अब वे अब आवश्यकता पढ़ने पर अपने बेटे बहुओं और अन्य रिश्तेदारों से बात कर सकेंगे।