प्रतीक चौहान. रायपुर. दुर्ग रेलवे स्टेशन में पिछले दिनों हुई रेल कर्मचारी से मारपीट और लगातार वेंडरों की मनमानी पर RPF आईजी मुन्नवर खुर्शीद ने बड़ा एक्शन लिया है. उनके निर्देश के बाद दुर्ग आरपीएफ इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. दुर्ग आरपीएफ का चार्ज अब बीएमवॉय इंस्पेक्टर को दिया गया है.

 दुर्ग रेलवे स्टेशन में पिछले कई दिनों से वैध और अवैध वेंडरों के हौंसले काफी बुलंद हो चुके थे. वेंडरों के हौंसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने कमर्शियल विभाग के इंस्पेक्टर के साथ भी दो दिनों पहले जमकर मारपीट की, जब वे उनके अवैध वेंडिंग की करतूतों को अपने कैमरे में कैद कर रहे थे.

जिसके बाद इस मामले में वेंडरों के खिलाफ जीआरपी थाने में विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज कराई गई थी. लल्लूराम डॉट कॉम भी दुर्ग रेलवे स्टेशन में हो रही अवैध वेंडिंग को लेकर भी लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा था, पिछले दिनों ही इंस्पेक्टर को चार्टशीट भी मिली थी. लेकिन इसके बाद भी दुर्ग रेलवे स्टेशन में वेंडर थमने का नाम नहीं ले रहे थे.

जिसके बाद आरपीएफ आईजी ने सख्ती से कार्रवाई करते हुए ये बड़ा एक्शन लिया है.

बाकी इंस्पेक्टर भी हो गए अलर्ट

इस कार्रवाई के बाद दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के उन पोस्ट के इंस्पेक्टर भी अलर्ट हो गए है, जहां अवैध वेंडिंग हो रही थी. पिछले दिनों ही मीटिंग में RPF आईजी ने एक इंस्पेक्टर को भी फटकार लगाई थी, जिसमें उक्त इंस्पेक्टर के ऑफिस का चेंबर एक सफाई कर्मचारी के खोलने की बात कही गई थी, ये वहीं सफाई कर्मचारी और कथित अवैध वेंडर है जो दर्जनों मामलों में बतौर स्वतंत्र गवाह आरपीएफ और जीआरपी के लिए काम करता है. इस वेंडर के बारे में जानकार बताते है कि ऑफिस की साफ-सफाई और सेवा की आड़ में वे अपने रिश्तेदारों से अवैध वेंडिंग वर्षों से कराते आ रहा है. हालांकि आईजी की इंस्पेक्टर को फटकार के बाद से वो रेलवे स्टेशन से गायब है.