रायपुर. दहेज के लिए प्रताड़ना का बेहद हाईप्रोफाइल मामला सामने आया है. नचिकेता तिवारी नाम की युवती का कहना है कि अनुराग मिश्रा से 17-01-2017 को हुई थी. इसके 10 दिन बाद ही अनुराग ने उसके सारे गहने गिरवी रख दिए. ये गहने उसे मायके,ससुराल और रिश्तेदारों से मिले थे.  पीड़िता का कहना है कि इन गहनों को वापस मांगने पर मुझसे मेरे पति और ससुराल के अन्य सदस्य से विवाद हुआ इन सदस्यों में मेरे पति के चाचा विधान मिश्रा और उनकी पत्नी भी शामिल थे. इन्होंने उसे घर से बाहर निकाल दिया. इसके बाद वो राजातालाब स्थित अपने मायके में आकर रहने लगी.

पीड़िता का कहना है कि उसे ससुराल वालों ने वापस लाने की कोशिश नहीं कि हालांकि उनके घर और रिश्तेदार लगातार इस संबंध में कोशिश करते रहे. इसी साल 6 फरवरी को पीड़िता के मामा जब पीड़िता के पति अनुराग से इस संबंध में चर्चा करने गए तो उनके साथ हाथापाई भी की गई.

पीड़िता का कहना है कि 2 अगस्त को मैं खुद हो कर ससुराल गई, इसकी सूचना उनकी मां ने दो दिन पहले ही ससुराल वालों को दे दी थी. पीड़िता का कहना है कि जब वो वहां पहुंची तो उसके पति अनुराग, ससुर- सतिश मिश्रा, सास और चाचा ससुर विधान मिश्रा और उनके नौकर ने जान से मारने की कोशिश की जान पर खतरा देख वो वहां से जैसे तैसे भाग निकली और सीधे पुलिस थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई.

पीड़िता का कहना है कि उसके पति को शराब पीने की लत है और वो कर्ज में डूबा हुआ है. यहां तक उससे शादी उसकी सरकारी नौकरी को देखते हुए लालच में की गई थी.

इन आरोपों के संबंध में जब हमने विधान मिश्रा से संपर्क साधने और उनकी प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने फोन रीसिव नहीं किया. इस शिकायत पत्र में पीड़िता ने बार बार सियासी रसूख दिखाकर धमकाने का आरोप लगाया है.