दुर्ग. एक बार फिर लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का असर देखने को मिला है. डेंगू की बीमारी के कारण अब तक हुई 11 मौतों के मामले को लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके बाद अब प्रशासन हरकत में आया है.
खबर प्रकाशित किये जाने के बाद कलेक्टर उमेश अग्रवाल ने मेडिकल एसोसिएशन के साथ एक आपात बैठक की. जिसमें उन्होंने निजी अस्पतालों के द्वारा डेंगू के मरीजों के इलाज पर किये गये मेडिकल खर्च को शासन के द्वारा वहन किये जाने की बात कही. जिसके बाद जिले के 28 निजी अस्पतालों ने डेंगू के मरीजों से उपचार के लिए पैसे न लिये जाने का भरोसा कलेक्टर को दिलाया है.
इसके अलावा कलेक्टर ने जिले के समस्त विभागों में पदस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी पर भी रोक लगा दी है. कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा किया है कि यदि इस बीच किसी अधिकारी और कर्मचारी को छुट्टी लेना है, तो उसे एडीएम, एसडीएम और जिला पंचायत सीईओ से अनुमति लेना जरूरी है. साथ ही कलेक्टर ने जिले के सभी विभागों को डेंगू से बचाव के लिए भी उचित कदम उठाने को कहा है.
आपको बता दे कि 31 जुलाई से लगातार भिलाई में डेंगू का डंक जारी है अब तक इस बीमारी की वजह से 9 मासूमों सहित 2 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बाद आज पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल भी भिलाई पहुंचे थे. जहां उन्होंने इन मौतों के लिए कलेक्टर को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी साथ ही मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय पर भी टिप्पणी करते हुए उन्हें ‘बेचारा और लाचार हैं मंत्री’बताया था.