कुमार इंदर, जबलपुर. शासकीय आयुर्वेद कॉलेज के छात्रों के हड़ताल का आज दूसरा दिन है. चार सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट ने इस दौरान गेट पर ताला जड़ दिया और जमकर नारेबाजी की. जिससे मरीज के साथ आए परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि हमें मालूम है कि परामर्श लेने आए मरीज के परिजनों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा लेकिन हम भी परेशान हैं. वहीं गेट के अंदर फंसे लोगों ने कहा कि सरकार को मांगें माननी चाहिए लेकिन हमें क्यों परेशान किया जा रहा है?
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छात्रों ने पूरी OPD बंद की
शासकीय आयुर्वेद कॉलेज के छात्र अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं. आज कॉलेज के गेट पर पूर्णतः तालाबंदी कर दी गई और OPD भी पूरी तरह से बंद है. प्रदर्शन कर रहे फाइनल ईयर के छात्र रोहित पांडे ने कहा कि आज दूसरे दिन भी हमारी स्ट्राइक चालू है. मैं खेद व्यक्त करता हूं कि कई ऐसे मरीज के परिजन हैं जो परामर्श लेने आ रहे हैं उन्हें दिक्कतें आ रही हैं. लेकिन हम भी मजबूर हैं.
हम तकलीफ सह रहे हैं वह भी सहें
छात्र ने आगे कहा कि तालाबंदी की वजह से वे गेट के अंदर बंद हैं और थोड़ी तकलीफ है. हम भी सह रहे हैं तो वो भी सहें। हम तो सालों साल सह रहे हैं. हमें 8400 रुपए भत्ता मिलता है. भत्ता के अनुसार न हमारा स्टाइपेंड बढ़ाया जा रहा है और न हमारी परीक्षाएं हो रही हैं. चार सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर में प्रदर्शन जारी है. कल गेट पर ताला लगाया गया था लेकिन आज पूर्णतः तालाबंदी है. जो मरीज 9 बजे तक आ गए थे वो अंदर हैं. इसके बाद कोई भी मरीज नहीं आ पाए हैं.
शासन सुने मांग, लेकिन हमें क्यों कर रहे परेशान
छात्रों के प्रदर्शन की वजह से गेट के भीतर फंसे परिजनों का कहना है कि बाहर से बच्चे पढने आते हैं, उन्हें तकलीफों का सामना करना पड़ता है. शासन उनकी मांगें सुने लेकिन हमें क्यों परेशान किया जा रहा है? हार्ट के मरीज हमारे साथ हैं, उनके लिए दवाई नहीं ला पा रहे हैं. छात्रों के प्रदर्शन का शासन पर क्या असर होता है यह देखने वाली बात होगी लेकिन परिजनों को हो रही परेशानी का हल कौन निकालेगा?
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