Indigo Air Fare Hike: इंडिगो एयरलाइंस आज यानी 6 अक्टूबर से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों के लिए ईंधन शुल्क लागू करेगी, जिसके परिणामस्वरूप उड़ान टिकट की कीमतें लगभग 1000 रुपये महंगी हो जाएंगी. कंपनी ने कहा कि, ये शुल्क संबंधित क्षेत्रों में दूरी पर निर्भर करेंगे. विमान ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच यह कदम उठाया गया है. आपको बता दें कि एयरलाइंस ने आखिरी बार 2018 में फ्यूल सरचार्ज लगाया था, जिसे ईंधन की कीमतें कम होने के बाद धीरे-धीरे हटा दिया गया था.

इंडिगो ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर बढ़ती एटीएफ कीमतों की भरपाई के लिए ईंधन शुल्क की शुरुआत की और कहा कि, यह 6 अक्टूबर, 2023 से प्रभावी होगा. एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद यह निर्णय लिया गया है, जिसमें बढ़ोतरी हुई है.

इंडिगो ने कहा कि, एटीएफ किसी एयरलाइन के परिचालन खर्च का एक बड़ा हिस्सा है, जिससे इस तरह की लागत वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए किराया समायोजन की आवश्यकता होती है.

मूल्य संरचना में बदलाव के तहत, इंडिगो की उड़ानें बुक करने वाले यात्रियों को सेक्टर की दूरी के आधार पर प्रति सेक्टर ईंधन शुल्क देना होगा. इससे पहले एयरलाइंस ने आखिरी बार 2018 में फ्यूल सरचार्ज लगाया था, जिसे ईंधन की कीमतें कम होने के बाद धीरे-धीरे हटा दिया गया था.

इस तरह बढ़ती हैं कीमतें

500 किमी तक की दूरी के लिए 300 रुपये फ्यूल चार्ज लगेगा, जो दूरी बढ़ने पर 1000 रुपये हो जाएगा.

501-1000 किमी के बीच की दूरी के लिए 400 रुपये अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा.

1001 से 1500 किमी के बीच की दूरी के लिए टिकट बुक करने वालों को 550 रुपये अतिरिक्त देने होंगे और 1501-2500 किमी के लिए 650 रुपये का शुल्क लिया जाएगा.

2501 से 3500 किलोमीटर की दूरी के लिए 800 रुपये का फ्यूल चार्ज लगेगा. 3501 किमी से अधिक दूरी के लिए ईंधन शुल्क 1000 रुपये होगा.

इस महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार ने जेट ईंधन की कीमतों में 14 फीसदी से कुछ ज्यादा की बढ़ोतरी की थी, जो लगातार तीसरी मासिक बढ़ोतरी थी. राज्य के स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, एटीएफ की कीमतों में अगस्त में 8.5 प्रतिशत और जुलाई में 1.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.

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