Navratri Festival: इस साल शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो रही है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि शुरू होती है और नवमी तिथि तक होती है. दशमी के दिन विजयादशमी मनाई जाती है, जिसे दशहरा भी कहते हैं.

इस साल शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर को महानवमी तक है, उसके बाद 24 अक्टूबर को दशहरा है.नवरात्रि पर हर हिंदू ​परिवार अपने घर में मां दुर्गा के आगमन की तैयारी करता है ताकि मातारानी का आशीर्वाद उसके परिवार पर हो और उनकी उन्नति हो, हालांकि नवरात्रि पूर्व आपको अपने घर से कुछ वस्तुओं को निकाल देना चाहिए, जिससे नकारात्मकता फैलती है.

यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपसे मातारानी नाराज हो सकती हैं या उनका आगमन आपके घर न हो तो आइए जानते हैं कि नवरात्रि से पहले घर की सफाई में आपको क्या चीजें अलग कर देना चाहिए.

खंडित मूर्तियां और फोटो (Navratri Festival)

यदि आपके घर में देवी और देवताओं की खंडित मूर्तियां या फोटो हैं, ऐसी मूर्तियां हैं जो कांतिहीन हो चुकी हैं तो उनको तत्काल घर से बाहर निकाल दें. उनको किसी पीपल या वट वृक्ष के नीचे रख दें या फिर उनको किसी नदी या तालाब में विसर्जित कर दें. ऐसी मूर्तियों की पूजा करने से दोष लगता है और घर में रखने से वास्तु दोष भी उत्पन्न होता है.

टूटे बर्तन और उपकरण (Navratri Festival)

आपके घर में अनुपयोगी गैस चूल्हा, बेकार बिजली के उपकरण पड़े हों या किचन में टूटे-फूटे बर्तन हों तो उनको घर से बाहर कर देना चाहिए.टूटे-फूटे बर्तन रखने से दरिद्रता आती है और खराब उपकरण घर में नकारात्मक ऊर्जा को पैदा करते हैं.इससे परिवार के लोगों के विचारों और सेहत पर बुरा असर हो सकता है.

रद्दी और कूड़ा (Navratri Festival)

यदि आपके घर में कागज की रद्दी, फटी-पुरानी पुस्तकें, अखबार और अन्य कूड़ा आदि पड़े हैं तो उनको भी घर से बाहर कर दें.घर की अच्छे से साफ-सफाई करें.उसके बाद नवरात्रि के लिए तैयारी करें.मां दुर्गा के स्वागत के लिए घर को सजाएं. गंदे घरों में देवी और देवताओं का वास नहीं होता है.

पूजा घर की अशुद्ध सामग्री (Navratri Festival)

पूजा घर हमारे आवास का अहम हिस्सा है.पूजा घर को साफ सुथरा रखना जरूरी है.इसके लिए आप वहां पर पड़े पुराने कलावे, अशुद्ध फूल, खराब नारियल, टूटा हुआ माला आदि जो भी हों, उनको हटा दें. इन सब के कारण दोष उत्पन्न होता है.पूजा में बासी फूल का उपयोग भी वर्जित है.कई बार हम पिछले व्रत और त्योहारों की सामग्री को सही से नहीं रखते और वे धीरे-धीरे खराब हो जाते हैं, इसलिए उनको भी हटा देना जरूरी है.

तामसिक वस्तुएं (Navratri Festival)

नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा की पूजा के लिए स​मर्पित हैं. इसमें पवित्रता और व्रत के​ नियमों का विशेष ध्यान रखा जाता है.इस वजह से नवरात्रि में तामसिक वस्तुओं का उपयोग पूर्णतया वर्जित है. तामसिक वस्तुओं में मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन आदि शामिल हैं.